BREKING NEWS

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Monday 31 December 2012

नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
Encourage near and dear ones to aim high in 2013.Happy New Year
Be always at war with your vices,at peace with your neighbors andlet each new year find you a better man.Happy New Year 2013
The aspirations, New is the resolution, New r the spirits forever my warm wishes are for U. Have a promising fulfilling New Year.
New Year count down is about to begin.Here s sending my choicest blessing of cheers and joys galore and wishing you a wonderful year 2013.
May ur journey through lyf b an adventure of discovery n growth Gud luck in New year
Just as a new bloom spreads fragrance and freshness around..May the new year add a new beauty and freshness into your life.*HAPPY NEW YEAR*

May the spirit of this holiday season fill your heart with love peace and serenity Wishing you many wishes for the New Year Advance !!
May New Year''s Eve find you seated around the table, together with your beloved family and cherished friends.Happy New Year

HAPPY NEW YEAR 2013

H

Saturday 29 December 2012

एक नया अयाम


आस्था और विश्वास ने शान्ति स्नेह और सद्भाव कायम करने के लिए भक्ति को एक नया अयाम दिया है । लखीसराय जिला के गायत्री शक्तिपीठ किउल आश्रम के तत्वाधान में आज शहर के नया बजार स्थित अष्टघटी मंदिर से 1051 कुमारी कन्या ने कलश लेकर देश में शान्ति स्नेह और सद्भाव कायम करने के लिए आस्था और विश्वास के साथ नगर भ्रमण कर प्रेम का संदेश दिया । इस आस्था का कलश यात्रा में हजारों श्रद्वालुओं ने भाग लिया जो पैदल यात्रा शहर के मुख्यमार्ग से होते हुए विद्यापीठ चैक  से गायत्री शक्तिपीठ किउल आश्रम  तक 15 किलोमीटर लम्बी यात्रा किया गया। जिसमें ढोल-बाजा और पारम्परिक परिधानों में सुसज्जित लोगो ने भाग लिया।  





गैंगरेप पिडिता दामिनी की मौत के बाद आक्रोश मार्च




लखीसराय के एस0एफ0आई और ए0आई0एस0एफ0 के सैकडों छात्रों ने शहर के आर0लाल0काॅलेज से मुख्यमार्ग होते हुए गैंगरेप पिडिता दामिनी की मौत के बाद सडक पर उतर कर आक्रोश मार्च निकाला जो लखीसराय रेलवे स्टेशन स्थित शहीद द्वार पर  जुटकर भारत सरकार से दोषीयों को सरेआम फांसी देने की मांग किया ।
 ज्ञात हो कि वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के जीते-जी भले ही आरोपियों को फांसी दिए जाने को लेकर कानूनी अड़चनें रही हों, मगर पीड़िता की मौत के बाद फांसी की सजा को लेकर अड़चन अब समाप्त हो गई है। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पीड़िता की मौत के बाद अब पुलिस द्वारा आरोपियों पर हत्या का आरोप भी दर्ज हो गया है, ऐसे में अगर अदालत इस मामले में दुर्लभतम श्रेणी का अपराध मानती है तो आरोपियों को फांसी की सजा दी जा सकती है। सामूहिक दुष्कर्म घटना मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 365, 394, 307, 376 (2जी), 377 व 201 के तहत मारपीट, लूटपाट, सामूहिक दुष्कर्म, कुकर्म और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया था । चूंकि पीड़िता कि मौत हो गई है वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद से ही देशभर में इस बात की पुरजोर मांग उठने लगी थी कि आरोपियों को फांसी दी जानी चाहिए,                  Lakhisarai se Ranjit  Kumar ki Report


Friday 28 December 2012

ठंड की भी छूटी कंपकंपी


ठंड की भी छूटी कंपकंपी
Lakhisarai se Ranjit Kumar ki Report


लखीसराय जिलाभर में कडाके की ठंड से देर रात अबतक 9 लोगों की  मौत हुई ! घना कोहरा की फुहार के बाद ठंड और बढ़ गई है  ।  ।  अधिकांश हिस्सों में सुबह से ही घना कोहरा  अठखेलियां कर रहा  है । घना कोहरा  रिमझिम फुहार तकरीबन दो से तीन घंटे तक हुई, जिसके कारण ठंड और भी बढ़ गई। शीत लहर का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है।  पछुआ हवा के साथ बढ़ी ठंड ने लोगों की कंपकंपी बढ़ा दी है। लोग ठंड से परेशान है। तथा आमजन जीवन अस्त-व्यस्त दिख रहा है।

जबकि सुबह और देर रात घना कोहरा छाया रहा ।  कोहरे की मार के कारण रेल परिचालन अस्त-व्यस्त रहा । कोहरे ने थामी ट्रेनों की रफ्तार !
घने कोहरे दिनभर छाए रहे। तथा भगवान भाष्कर का दर्शन तक नहीं हो सका। बाजार में भी भीड़ भाड़ काफी कम रही। प्रशासन के अलाव की व्यवस्था भी उंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।  कई लोगों ने अलाव व्यवस्था में खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है।
कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिसका असर विभिन्न विद्यालय या फिर अन्य सरकारी कार्यालय में उपस्थिति पर भी पड़ा है। बीते एक सप्ताह से अधिक दिनों से छाये कुहासा के कारण दिन में सूर्यदेव का दर्शन तक दुर्लभ हो गया है। ठंड से लोग परेशान हैं। तापमान का पारा गिरकर 10 डिग्री सेल्यियस पर पहुंच गया है। जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई।  सड़कों पर भी लोग कम ही नजर आये। सुबह से ही छाये रहे कोहरे के कारण बाजार के कई दुकान भी बंद देखा गया। सभी आफिस दुकान, रिक्शा स्टैंड, बस स्टैंड के चास आग तापते लोग देखे गये।

Wednesday 26 December 2012

कडाके की ठंड से 5की मौत


लखीसराय जिलाभर में कडाके की ठंड से देर रात अबतक 5  लोगों की  मौत हुई है  । चानन थाना क्षेत्र के भलुई में धनश्याम महतो, सुर्यगढा में रिक्शा चालक खरतर तांती,रामगढ प्रखण्ड के पूर्व लोजपा अध्यक्ष मोसफदर अली, हलसी थाना क्षेत्र के मुंशी मांझी,  नया बजार दालपटटी मुहल्ला के शिवशंकर साव गरीबी भुखमरी का दंश झेलते हुए आज  सुबह कंपकपाती ठंड से मौत हो गया है। आम लोगो के सहयोग से लाश को उठाने प्रकिया जारी हैं। बहीं वर्तमान वार्ड आयुक्त को एस0 डी0ओ0 ने कबिर अन्तेष्ठी के लिए 1500रू0 देने की सलाह टेलीफोन से दे दिया है। लेकिन  अभी तक जिला प्रशासन के लोग ठंड के मारे सोये है। अभी तक अलाव की भी कोई व्यवस्था नहीं किया गया है।

Monday 24 December 2012

क्रिसमश डे बधाई


आज लखीसराय जिला के ईसाईशिक्षण संस्थान  सेंट जोसेफ स्कुल में क्रिसमश डे के अबसर पर देश में शान्ति-स्नेह और सद्भाव की वातावरण बना रहे इसके लिए शांताक्लाॅज का रूप बनाकर एक संदेश दिया।  और सभी को शान्ताक्लाॅज ने मिठाई बांटी  साथ ही प्रभु ईसा मसिह के रास्तेचलकर त्याग और बलिदान की सीख देते हुए विश्व कल्याण की कामना किया।

 क्रिशमश ट्ी पर कैन्डिल जलाकर क्रिशमश का सभी को बधाई भी दिया। आज से ही बडादिन में बडा दिल बनाकर देश और समाज के लिए बडे से बडे कार्य कर ने की प्रार्थना किया।

शीत लहर का प्रकोप



लखीसराय घने कोहरे में सुर्य आकाश से गायब हैं । लखीसराय जिला में 3 दिनों से लगातार कोहरा से जन-जीवन ठहरा हैं। सडक पर तेज रफतार गाडी का रोज हो रहा है एक्सीडेन्ट । कोहरा के कारण रेल सेवा समय से नहीं चल पा रही है  दानापुर रेल मंडल से गुजरने बाली कई ट्रेनें विलंब से चल रही है. जिस कारण ट्रेन में सवार यात्रियों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है. इस रेल खंड से गुजरने बाली ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लगभग चार घंटे,  से पांच घंटे अनिश्चित सहित लंबी दुरी तक चलने बाली ट्रेन विलंब से परिचालन हो रहा है कोहरा के कारण सडक पुरा अंधेरा हो गया है। और शीतलहर बह रही है। शहर में जगह- जगह लोग जैसे तैसे अपनी व्यवस्था कर अलाव जलाकर कडकडाती ठंड से निजात पाने की अथक प्रयास कर रहे है। जिला प्रशासन अभीतक अलाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पाई है। लोग ठंड से काम-काज बन्द कर दिया है। जिन्दगी ठहर सा गई है। आदमी तो आदमी जानवर भी ठंड से परेशान है। .




शीत लहर का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। गोगरी में पछुआ हवा के साथ बढ़ी ठंड ने लोगों की कंपकंपी बढ़ा दी है। लोग ठंड से परेशान है। तथा आमजन जीवन अस्त-व्यस्त दिख रहा है। घने कोहरे दिनभर छाए रहे। तथा भगवान भाष्कर का सोमवार को दर्शन तक नहीं हो सका। बाजार में भी भीड़ भाड़ काफी कम रही। दुकानें काफी देर से खुली। सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम दिखी। प्रशासन के अलाव की व्यवस्था भी उंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।  कई लोगों ने अलाव व्यवस्था में खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है।

कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिसका असर विभिन्न विद्यालय या फिर अन्य सरकारी कार्यालय में उपस्थिति पर भी पड़ा है। बीते एक सप्ताह से अधिक दिनों से छाये कुहासा के कारण दिन में सूर्यदेव का दर्शन तक दुर्लभ हो गया है।

 ठंड से लोग परेशान हैं। तापमान का पारा गिरकर 10 डिग्री सेल्यियस पर पहुंच गया है। जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई। सोमवार को सड़कों पर भी लोग कम ही नजर आये। सुबह से ही छाये रहे कोहरे के कारण मानसी बाजार के कई दुकान भी बंद देखा गया। सभी आफिस दुकान, रिक्शा स्टैंड, बस स्टैंड के चास आग तापते लोग देखे गये।

Wednesday 12 December 2012

चल रही है हवा में 21 नवसृजित स्कुल


लखीसराय जिला में कुल 7 प्रखण्ड है जिसमें प्राथमिक विधालयों की संख्या-484 है मध्य विधालयों की संख्या-291 है। राज्यकीय विधालय-01,  राजकीयकृत माध्यमिक विधालय-01, राजकीयकृत उच्च विधालय-41, स्थापना अनुमति प्राप्त विधालय-07,  अंगीभुत महाविधालय 02, स्थापना अनुमति प्राप्त माध्यमिक विधालय- 14,  सी0 बी0 एस0 ई0 माध्यमिक -01, सी0बी0एस0ई0 विधालय- 01, जवाहर नवोदय विधालय-1, केन्द्रीय विधालय 1, संस्कृत विधालय-1 है।
कुल विधालयों की संख्या- 775 है
भवनहीन विधालय की संख्या-175 है
भुमिहिन विधालय की संख्या-175 है
 सबसे बडी सवाल ये है.....नवसृजित माध्यमिक विधालयों की संख्या-21 है जो विल्कुल हवा में स्कुल चल रही है।
जिला में बर्ष-2010-2011 को बिहार सरकार सेमान्यता प्राप्त नवसृजित माध्यमिक विधालयों की संख्या-14 है और बर्ष-2011-2012 में अन्य 4 है कुल नवसृजित माध्यमिक विधालयों की संख्या-21 है जो विल्कुल हवा में स्कुल चल रही है।जहां कोई शिक्षक नहींहै।कोईभवन नहीं है। कोई छात्र-छात्रा नहीं है। जिसका कोई ठौर ठिकाना अता पता तक नहीं है। यह जिला के शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के कागजों पर ही शोभा दे रही है।

 जिलाधिकारी  कार्यालय कक्ष में शिक्षा पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर शिक्षा एवं साक्षरता कार्यक्रमों की समीक्षा किया। जिले में शिक्षा अधिकार कानून को प्रभावी ढंग से लागू नहीं होने तथा शिक्षा कार्यक्रमों की धीमी प्रगति पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए डीईओ रामजी प्रसाद, डीपीओ नसीम अहमद सहित सभी शिक्षा पदाधिकारियों को सरकार के मंशा के अनुकुल कार्य करने एवं सभी कार्यक्रमों को सही ढंग से निगरानी करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लखीसराय के उपस्थित नहीं होने तथा संभाग प्रभारी कुमारी अल्पना तथा अर्चना कुमारी के सूचना के बाद भी बैठक में काफी विलंब से पहुंचने पर डीएम ने स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया तथा शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि आगे से किसी भी बैठक के दिन पदाधिकारी एवं कर्मियों का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाए। समीक्षा में डीएम ने जिले में खुलने वाले 29 नए विद्यालयों के लिए डीसीएलआर को सीओ के माध्यम से जमीन की वास्तविक रिकार्ड प्राप्त कर उपस्थापित करने तथा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को स्वीकृत नवसृजित विद्यालय का स्थलीय जांच करने तथा एक स्पष्ट प्रतिवेदन डीपीओ को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, बिहार शिक्षा परियोजना के कार्यक्रमों को समीक्षा करे हुए बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। एमडीएम प्रभारी की बैठक में उपस्थित नहीं रहने पर डीएम ने खेद प्रकट करते हुए सभी विद्यालयों में एमडीएम योजना का संचालन नियमित रूप से सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।

कृर्षि मेला में घोर अनियमिता


लखीसराय प्रखंड कार्यालय परिसर में आत्मा के तत्वावधान में जिला कृषि पदाधिकारी की अध्यक्षता में दो दिवसीय किसान मेला का आयोजन किया गया । इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक द्वारा कृषि के अलावे पशुपालन एवं मत्स्य पालक करने की जानकारी दी गई। इस अवसर पर डेढ़ दर्जन से अधिक स्टाल लगाकर कृषकों को 60 हजार रुपए अनुदान पर ट्रैक्टर, पावर टीलर, 1,50,000 रुपए अनुदान पर पेडी ट्रान्स प्लांटर, 6,000 रुपए अनुदान पैडी ड्रम सीडर, 1,200 रुपए अनुदान पर कोनो वीडर, 30,000 अनुदान पर पावर वीडर आदि यंत्र उपलब्ध कराया गया।
बहीं लखीसराय जिला के सभी प्रखण्डों से आए किसानों ने कृर्षि मेला में घोर अनियमिता होने की आरोप लगाया है।

 
V.O1... कृर्षिविभाग आत्मा परियोजना निदेशक- अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि- हम आत्मा से दो मेला लगाते है एक खरीफ में एक रब्बी में जो किसानों को ससमय लाभ मिलता है कृषि के विकास से ही राज्य एवं देश का विकास संभव है। क्योंकि 75 प्रतिशत लोग आज भी कृषि पर ही आधारित हैं। उन्होंने कहा कि कृषि के विकास के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कृषकों से परंपरागत खेती छोड़कर वैज्ञानिक तरीके से खेती कर लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से खेती करने में कृषि यंत्र का काफी महत्व है। इसलिए मेला आयोजित कर अनुदानित दर पर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जा रहा है।
 बाईट- अशोक कुमार सिन्हा....कृर्षिविभाग आत्मा परियोजना निदेशक


V.O 2..लालदियारा के किसान विवेक सिंह ने कहा कि- यहां कृर्षिविभाग के मिलीभगत से स्टाॅल लगानेबाला दुकानदार दाम बढाकर सबसिडी का रूपया की छुट दिखाकर किसान को बरगला रहे है। और सबसिडी के नामपर लुट किया जा रहा है।
बाईट- विवेक सिंह ..लालदियारा के किसान
V.O3...जैतपुर के किसान पप्पु सिंह ने कहा कि- यहांस्टाॅल के दुकानदार किसान को कुक्कुर कुता मैना बन्दर कहकर बेइज्जत करते है। आ।ैर सवसिडी का रूपया की लुट कर रहे है। बजार की भाव में यहां समान मिल रहा है।
बाईट-पप्पु सिंह ...जैतपुर के किसान

V.O4..सहुर गांव के किसान कैलाश शर्मा ने कहा कि- यहां बिचैलियों का बोलबाला है।किसान को ठगने केलिए कृर्षिमेला लगाया गया है। गरीब किसान को यहां कोई देखनेबाला नहीं है।
बाईट-कैलाश शर्मा ...सहुर गांव के किसान

Monday 10 December 2012

हिन्दी साहित्य पत्रकारिता समाज का आईना


लखीसराय जिला सांस्कृतिक मंच के तत्वाधान में आज प्रखर निर्भिक व साहसी पत्रकार कमल कुमार की नौवी पुण्यतिथि के अबसर पर स्थानीय प्रेस क्लब में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें हिन्दी-साहित्य सांस्कृति पत्रकारिता समाज का आईना बिषय पर परिचर्चा रखा गया जिसमें दर्जनों कवियो और पत्रकारों ने कमल कुमार की लेखनी , और पत्रकारिता को निर्भिक और साहसी बताया।
पत्रकार रंजीत कुमार सम्राट ने कहा कि- कमल जी को हिन्दी साहित्य व पत्रकारिता जगत का पुरोधा बताया । वो प्रिन्ट मिडिया में दैनिक जागरण, कल, और इलेक्टोनिक मिडिया मेंए एन0 आई0, और दुरदर्शन में अहम भुमिका निभाई थी।

 इस अबसर पर मगही के मुर्धन्य कवि दशरथ जी ने कहा कि-- पत्रकारिता के माध्यम से समाज की अन्तिम व्यक्ति को मदद किया जा सकता है। उसके हक और हुकुक की आवाज को बुलंद कर प्रशासन या नेताओं से इंसाफ दिलाया जा सकता है।

  कवि राजेश्वरी सिंह ने कहा कि-- रोटी कपडा और  मकान के लिए जुझते हर व्यक्ति को इसी हिन्दी साहित्य सांस्कृतिक और पत्रकारिता गतिविधि से हर समस्या की निदान किया जा सकता है।
प्रखर निर्भिक पत्रकार कमल कुमार की नौवीं पुण्यतिथि पर हिन्दी साहित्य पत्रकारिता एक आईना पर सेमिनार का आयोजन में दर्जनों कवि,लेखक और पत्रकारों ने भाग लिया !!

Sunday 9 December 2012

एन0 एच0-80 पर दो युवकों की मौत


लखीसराय थाना क्षेत्र के गढी विशनपुर गांव स्थित एन0 एच0-80 पर तेज रफतार ट्ैक्टर ने मोटर साईकिल सवार 2 युवकों सिद्वी बद्र्न , बब्लु कुमार को कुचल दिया । जिससे मौके पर ही दोनों युवकों की मौत हो गया है। जबकी सौरब पाण्डेय नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। जिसका ईलाज स्थानीय निजि क्लिनिक में किया जा रहा है। ज्ञात हो कि दोनों मृतक रामपुर गांव के निवासी है। जो किउल रेलवे स्टेशन मोड सेमोटर साईकिल से लौट रहा था तभी एन0 एच0-80 पर तेज रफतार से दौडती टैक्टर ने जोरदार धक्का मारा और धटनास्थल पर ही दो की मौत हो गया । एक धायल होगया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। आक्रोशित लोगों ने सडक जाम कर रखा है ।धटना स्थल पर काफी तनाव का महौल व्याप्त है । लोग एन0 एच0-80 को जामकर जिला प्रशासन के खिलाफ लापारवाही करने की शिकायत कर रहे है। और मृतक के परिजन मुआवजा की मांग कर रहे है ।

बाईट- गिरिजा नंदन -पिडित परिजन
बाईट- दिनेश यादव- सरपंच गढी विशनपुर
बाईट- अशोक प्रसाद- मुखिया जी

Saturday 8 December 2012

बृक्षारोपण घोटाला


जिले के सभी 80 ग्राम पंचायत की मनरेगा के तहत सभी ग्राम पंचायतों में धरातल पर बृक्षारोपण के लिए करोडों रूपया का आवंटन हुआ है। जिसमें समाजिक वानिगी के तहत जिला समाहरणालय परिसर, कोर्ट एरिया, सदर अस्पाताल परिसर, जिला स्थित गांधी मैदान में पेड-पौधा लगाया गया। और उसके रख-रखाव के लिए बास फटटी से धेराव कर सुरक्षित रखने की प्रयास किया गया ! परन्तु सिंचाई की अभाव में बृक्ष सुख गया है। और लाखों रू0 की निकासी हो गया है। हर गांवों में भी यही स्थिति है। और रूपया की निकासी कर बहुत बडा घोटाला की संभावना है।
V.O1.. जिला उप विकास आयुक्त सुरेश चैधरी जिले के सभी 80 ग्राम पंचायत की मुखिया, कार्यक्रम पदाधिकारीयों को मनरेगा के तहत बृक्षारोपण के लिए सभी को आगे आने का निर्देश दिया है। सिंचाई, बास फटटी से धेराव कर सुरक्षित रखने की प्रयास किया है।


लखीसराय जिला समाहरणालय के सभागार में जिले के सभी 80 ग्राम पंचायत की मुखिया, कार्यक्रम पदाधिकारीयों को मनरेगा के तहत योजनाओं की समिक्षात्मक किया गया। जिला उप विकास आयुक्त सुरेश चैधरी समिक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता किया और सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कार्य में अनिमितता बरतंे जाने पर कडी फटकार लगाई। साथ ही मनरेगा को धरातल पर लाने के लिए सभी को आगे आने का निर्देश दिया। क्योंकी मनरेगा कार्य अब आॅनलाईन रिर्पोट रोज भेजी जाती है। जिसमें लखीसराय काफी पीछे है। जिसे आगे बढाने में सभी को मेहनत करने की जरूरत है।

एस0एफ0सी0 गोदाम में अनियमितता


लखीसराय  जिले के सभी 32 मिलों में जिलाप्रशासन पैक्स अध्यक्ष के द्वारा किसानों से धान खरीदकर स्थानीय मिलों में चावल मुहैयया कराने के लिए कुल 2600 मैट्कि टन चावल सरकार को देने का लक्ष्य था जिसमें मात्र मिलों द्वारा 1600 मैट्कि टन चावल दिया गया है। और बाकी चावल कागजों पर दर्शाकर राज्य सरकार रूपया की बन्दरबांट कर लिया है।जिसमें दर्जनों मिल मालिक और पैक्स अध्यक्ष के रूपया आज तक सरकार नहीं दिया है। दर्जनों मिल मालिक ने भारतीय खादय निगम के अधिकारीयों पर अनियमितता का आरोप लगाया है।लखीसराय जिला के एस0एफ0सी0 गोदाम में पैक्स और जनवितरण प्रणाली के रखे हुए अनाज आम लोगों के पहुंच के से दुर हो गया है । विगत 3 माह से लोग सरकारी गेंहुं और चावल के लिए तरस रहे है।


V.O1....जिला भारतीय खादय निगम के प्रबंधक रामशंकर सिंह का कहना है कि जिला में सब ठिक.ठाक चल रहा है।
बाईट. रामशंकर सिंह.प्रबंधक एस0एफ0सी0.भारतीय खादय निगम


V.O2... अनुमंडल पदाधिकारी विनय कुमार राय का कहना है। कि अनाज भंडारण की कमी है। माल.गोदाम जर्जर है। फिर भी किसी तरह से काम चलाया जा रहा है।
बाईट. विनय कुमार राय. एस0डी0ओ0


लखीसराय जिला के बडहिया थाना क्षेत्र के दरियापुर स्थित हरूहर नदी पर बने पुल के समीप एक आॅटोभान गाडी से तिलक देकर लौट घर लौटने के क्रम में तेज रफतार ट्क ने धक्का मारा। जिसमें गाडी बुरी तरह से चकनाचुर हो गया । देर रात लखीसराय एन0एच0-80 पर सडक र्दुधटना में 4 व्यक्ति की हुई मौत । सभी मृतक एक ही गांव के निवासी है । ट्क हरूहर नदी के 100 फिट गडढेमेंजा गिरा। जिसमें4 की मौत धायल हो गया है। पुलिस लाश को कब्जे में लेकर अन्यपरिक्षण हेतू मुंगेर भेजने की तैयारी में जुट गया है। जबकी 6 घायल है । सभी लखीसराय सदर अस्पाताल में भर्ती है ।

नकली दारू0 बरामद

आरा में नकली देशी दारू पीने से 16 की मौत होने के बाद बिहार उत्पाद विभाग के सचिव के आदेशानुसार जिले के दर्जनों नकली शराब बनानेबाली अबैध भटटठीयों में जिला उत्पाद अधिक्षक पराशर शर्मा के नेतृत्व में छापेमारी कर सवा एक लाख रू0 की नकली दारू0 बरामद कर लिया गया है।लखीसराय जिला उत्पाद विभाग ने लखीसराय थाना क्षेत्र के गंगटा कुरौता एवं ओरैया गांव में  छापेमारी कर भारी मात्रा में देसी व महुआ शराब एवं जावा महुआ बरामद करते हुए उक्त तीनों गांवों से 2000 लीटर देसी शराब 200 लीटर महुआ शराब 2000 किलो जावा महुआ एवं शराब बनाने का उपकरण बरामद किया है। इस दौरान ओरैया निवासी संजय कुमार को गिरफ्तार किया गया है।  अभी गिरफतार नकली शराब निर्माता संजय मंडल को जेल भेजने की तैयारी किया जा रहा है। जबकि पांच व्यक्ति भागने में सफल रहे। 

Thursday 6 December 2012

नो इंट्री,जाम की समस्या



लखीसराय जिला के मुख्य बाजार में बडी बाहन की नो इंट्री  लगने से बडा बाहन मालिक और ड्ाईवर काफी परेशान है।  ज्ञात हो कि लखीसराय जानेसे चारों ओर जाने के लिए इसी एकलौता सडक का उपयोग करना पडता है। जिसे जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। 
1.लखीसराय से जमुई जाने के लिए
2.लखीसराय से शेखपुरा नवादा राॅची जाने के लिए
3. लखीसराय से पटना जाने के लिए
4.लखीसराय से मुंगेर और भागलपुर जाने के लिए 
यही एकमात्र सडक है। सुबह 5 बजे सेरात के 9 बजे तक शहर में बडा बाहन चलाना वर्जित है। जिससे लोग परेशान है।बडा बाहन मालिक इस नो इंट्री  से परेशान है। क्योंकि उसे ड्ाईवर का डेली खाना खर्चाए रोड टैक्स 1000रू0 देना पडता है। और यहां  नो इंट्री के चक्कर में 12 धण्टा से लेकर 24 धण्टा तक गाडी लगा रह जाता है। जिससे राज्य सरकार ट्ोल पम्प  और बाहन मालिक की काफी घटा हो रहा है। और तो और बाजार में किराना सहित अन्य समान सही समय पर नही आ पाता है जिससे महंगाई पर भी असर पड रहा है। ये सब बायपास सडक नहीं रहने के कारण रोज शहर के इकलौता सडक पर जाम की समस्या बनी रहती है।  ज्ञात हो कि इस लखीसराय शहर की 15 किलोमीटर की लम्बी एकलौती सडक से होकर लोग देवघर जाने के लिए  राॅची जाने के लिए शेखपूरा बरबिघा नालंदा नावादा जाने के लिए मुंगेर भागलपुर जाने के लिए पटना और बेगुसराय जाने के लिए यही एक सिंगल रास्ता है यहाॅ से बिहार के चारों तरफ जाने के लिए रास्ता आती और जाती है । इस शहर के बीचोंबीच मात्र 15 किलोमीटर का सडक अक्सर जाम रहता है जिससे आम और खास दोनों लोग प्रभावित है 
एक लाख की आबादी वाले लखीसराय शहर की यातायात व्यवस्था नो इंट्री, जाम और अतिक्रमण की जाल में उलझकर कराह रही है। जिला मुख्यालय की इकलौती सड़क व चौक-चौराहों पर अतिक्रमण कारियों का कब्जा तथा शहर में वाहन पार्किंग के लिए कोई निर्धारित स्थल नहीं रहने के कारण यहां यातायात व्यवस्था और सड़कों पर सुरक्षित सफर पूरी तरह भगवान भरोसे है। 
सड़क दुर्घटना का आंकड़ा
वर्ष-2010
मृत्यु- 35, घायल- 70
वर्ष 2011
मृत्यु- 65, घायल- 130
वर्ष 2012 (अबतक)
मृत्यु- 55, घायल- 150
मुख्य सड़क पर अतिक्रमण एवं भौगोलिक बनावट के कारण यातायात व्यवस्था का सुचारू ढंग से संधारण नहीं होता है। जबतक बाइपास सड़क का निर्माण नहीं होगा तबतक यातायात व्यवस्था दुरूस्त होना संभव नहीं है।
लखीसराय  क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि लखीसराय बाइपास सड़क भाया अशोकधाम से समाहरणालय तक पटना किऊल रेलखंड एवं गया.किऊल रेलखंड पर रेल उपरी पुल ;आरओबी निर्माण की स्वीकृति रेल मंत्रालय द्वारा नहीं दी गई है तथा केंद्र की यूपीए सरकार इस कार्य में बाधक बनी है। इसलिए राज्य सरकार ने अपनी राशि खर्च कर बाइपास सड़क पर आरओबी निर्माण कराने का निर्णय ले लिया है जिस पर 188 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21.02.2006 में बायपास सडक बनाने के लिए शिलान्यास किया था । लेकिन 6 साल तक सोये रहने के बाद आम लोगों की आवाज जब उठने लगी तो फिर से बायपास बनाने की सुगबुगाहट शुरू हो गया है। बायपास सडक दो रेलवे लाईन पार होकर गुजरा है जिसके कारण रेलवे लाईन के उपर से पुल बनाने के बाद ही सम्भव हो सकेगा। अब देखना है कि अगामी लोकसभा चुनाव के पहले कार्य पुरा होता है या नहीं । लखीसराय में एकलौता लम्बा सडक रहने के कारण जाम की समस्या प्रतिदिन बनी रहती है । अजादी के बाद आज तक सभी नेताओं द्वारा केबल बायपास सडक का सपना दिखाया है लेकिन किसी भी नेता या पदाधिकारीयों का ध्यान नहीं है आये दिन रोज सप्ताहांत में सडक हादसा होता रहता है और प्रशासन मजबुरी जता कर रह जाती है
  
 


बिकलांगों का हल्लाबोल


लखीसराय जिला मुख्यालय के मुख्य सडक स्थित शहीद द्वार पर सुबह 8 बजे से जिला विकलांग संस्थान जिला प्रशासन के खिलाफ हल्लाबोल कर रही है।
विगत दिनांक. 03.12.12 को लखीसराय जिला समाहरणालय पर सैकडों बिकलांगों ने धरना.प्रदर्शन किया था। जिसमें जिला बिकलांग संस्थान  के धरना के माध्यम से मांग रखकर समस्या का समाधान करने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया था ! और कई मांग रखा था उनका मुख्य मांग इसप्रकार है.
1.. बिकलांग पेंशन ससमय दिया जाय।
2.. बिकलांगों को अन्तोदय कार्ड दिया जाय।
3.. बिकलांगों को रोजगार जोबकार्ड दिया जाय।
4..निशक्त निवारण दिवस मनाकर सम्मान दिया जाय।
5..बिकलांग प्रमाण पत्र पर बैंक लोन दिया जाय।
 फिर भी जिला प्रशासन अनसुनी कर दिया था ।  तब आज शहर को जामकर जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है शहर इकलौती मुख्य सडक को जाम कर दिया है और अपनी समस्या की निदान के लिए जिलाधिकारी की अव्यवस्था के खिलाफ सडकों पर सरेआम हल्लाबोल कर नारेबाजी  किया ।  

Wednesday 5 December 2012

एसएमएस के चक्कर मे लूट रहे मोवाइल उपभेाक्ता


लखीसराय!! एसएमएस के चक्कर मे लूट रहे उपभेाक्ता !!
आप जीत सकते है एक करोड रुपया इतने नम्बर पर मैसेज करे
क्या आप करोड पति बनना चाहते है तो इस नंबर पर एसएमएस करे। मोवाइल स्क्रीन पर आती इस प्रकार के एसएमएस के चक्कर मे पड कर मोवाइल उपभोक्ता लूट रहे है। एसएमएस भेजा नही कि मोवाइल से मोटी रकम कटा इस चक्कर मे पउ कर कई उपभोक्ता हजारो रुपये गॅवा चुके है। उसके बाद का परिणाम सिफर रहा।इस प्रकार का एसएमएस प्रत्येक मोवाइल कम्पनियो के मोवाइल पर आ रहा है। उपभोक्ता इसके जाल मे फस लूट रहे है। करोड पति बनने का ख्वाव दिखाने वाले एसएमएस के चक्कर मे पड लोग वर्वाद हो गये। मोवाइल कंपनिया इस प्रकार के फर्जी एसएमएस पर रोक लगाने के वजाय खुली छूट दे रखी है। उपभोक्ता दिग्भ्रमित करने वाली एैसी दर्जोनो एसएमएस से उपभोक्ता त्रस्त है। भोले भाले उपभोक्ता इसके चक्कर मे पड मोवाइल का वैलेस गॅवा रहे है। मोवाइल पर आनेवाली एसएमएस न सिर्फ करोडपति बनाने का हसिन ख्वाव दिख रहा है व्लिक षीला मोना रानी जैसे लडकियो से दोस्ती कराने विदेषो का सैर कार देने आदि का सब्जबाग दिखा रहा है। खास कर युवा वर्ग इसके चक्कर मे पड लूट पिट रहे है।
मैसेजो के चक्कर से बचे
उपभोक्ता मोवाइल पर आनेवाले मैसेजो के चक्क्र से वचे हसिन ख्वाव दिखानेवाले एसएमएस कही आपको हजारो का चूना न लगा दे। एैसे मैसेजो को मोवाइल पर आने रोकने के संवंद्यित मोवाइल कंपनी  काॅल सेन्टर मे षिकायते दर्ज कराये
 मोवाइल एक्सपर्ट ने बताया कि व्यवसायी के लिए कंपनी मोवाइल पर इस प्रकार के मैसेज भेजते है। इससे बचने के लिए मोवाइल कंपनी से षिकायत करे।

मछली पालन


बिहार सरकार के मतस्य पालन में आन्ध्रा प्रदेश को पीछा करने के उददेश्य से करोडों रू0 की राशि प्रत्येक जिला को भेजा गया है। जिसमें लखीसराय जिला अग्रणी भुमिका निभा रही है । ज्ञात हो कि बिहार सरकार के पशु एवं मतस्य विभाग के मंत्री गिरिराज सिंह का गृह जिला लखीसराय है। वो यहां मतस्य पालन के लिए लखीसराय को बिहार का हब बनाने की परिकल्पना किया है। ज्ञात हो कि यहां 205 तालाब है। जिसमें जिला मुख्यालय में 52 तालाब है। जहां मात्र 4 तालाब में मतस्य पालन के लिए मछली का बीर्य जीरा डाला गया है। बाकी सभी तालाब में सिंघाडा की फसल उगाया जा रहा है। कुछ तालाब को मंत्री जी द्वारा नये सिरे से नया तालाब का निर्माण करवाया जा रहा है। और उसमें खुदाई के नामपर पानी डालने के नामपर रूपया की बन्दरबांट अधिकारीयों के मिलीभगत से किय  ा जा रहा है। जबकी पहले से जिलाभर में 205 तालाब अपडेट है फिर भी नया तालाब बनाया जा रहा है। मछली पालन के नामपर बिहार में बहुत बडी घोटाला का उजागर हो सकता है। जिला के सुचना भवन के ठीक सामने जिला परीया पोखर है। जहां मछली के बीर्यजीरा तैयार करने के लिए हैचरी निर्माण हेतु 28 लाख रू0 बिहार सरकार द्वारा आवंटन हुआ आज 2 साल होने को है। कुछ भी नहीं बना केवल कागजों पर रूपया लुट लिया गया । अधिकारी कुछ भी बोलने से मना करते है। मतस्य पालन विभाग के पदाधिकारी अक्सर अपने कार्यालय से गायब रहते है। बहीं आन्ध्रा से आगे आने की बात तो दुर है यहां के मछली हाट में भी आन्ध्रा प्रदेश की चलानी सडे गले मछली मंगा कर बेच रहे है। अब देख्ना है इसमें क्य ा हो सकता है।
V.O1....राज्य के पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह बडहिया के तालाबों में मछली पालन को बढावा देने के उददेश्य से निरिक्षण किया ! जिसमें उन्होने बताया कि किसानों को खेतों में फसल उत्पादन के साथ तालाबों में मछली पालन भी करना चाहिए. इससे उनकी आय दस गुणा अधिक होगी ! मछली पालन का बजट पांच से सात करोड़ तक का हुआ करता था. इसे अब 700 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है.  किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. एक हेक्टेयर में एक बोरिंग पर 80 प्रतिशत, डीजल पंप पर 50 प्रतिशत, तीन एचपी के चार लाख 50 हजार की लागत वाले सोलर पंप जो डेढ़ लाख लीटर पानी प्रतिदिन देते हैं पर किसानों को 90 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि नये सत्र में आंध्रप्रदेश से आने वाली मछली को रोकने के साथ बिहार से मछली दूसरे प्रांतों को भेजने की योजना है. !

मन्दिर तोडे जाने के खिलाफ प्रदर्शन


लखीसराय जिला के विश्व हिन्दुपरिषद और बजरंग दल के सैकडों कार्यकताओं ने शहर के बडी दुर्गास्थान से मुख्यमार्ग होते हुए छोटी दुर्गास्थान तक पैदल मार्चकर पाकिस्तान सरकार द्वारा बहां रह रहे हिन्दु समुदायों पर हमला और वेबजह हत्या करने और मन्दिर तोडे जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। और पाकिस्तान सरकार के प्रति घोर निन्दा किया।

जुआबाज


लखीसराय जिला के सरकारी शिक्षण संस्थान के0आर0 के0 उच्च विधालय के मैदान में आज कल जुआ खेलनेबालों का अडडा बन गया है। जहां प्रति दिन छोटे-छोटे बच्चों की सहारा लेकर बडे से बडे दाव लगाई जाती है। जहां ताश के पते से लेकर लक्की सेवन का बिसात लगाकर 10 रू0 से500 और 500 सौरू0 से लेकर 50000 हजार रू0 की जुआ खेली जाती है। जिला प्रशासन जानबुझकर इस खेल को रोकने में नाकाम है। क्योंकि इस खेल में थाना , स्थानीय स्कुल प्रशासन और जिला प्रशासन के कई अधिकारी के मिलीभगत से जुआ हो रही है। जिसे कोई रोकने बाला नही है। सबसे बडी बात हैकि कम उम्र के बच्चों की सहारा लेकर जुआ करवाया जा रहा है। पढने लिखने की उम्रमें जुआ खेलने की लत लगाया जा रहा है। आम समाजिक लोग परेशान है। लेकिन विवश है।

वर्दी वाला गुण्डा


लखीसराय जिला के किउल रेलवे जंक्शन पर आज 2 दर्जन यात्रीयों ने जी0आर0पी0 थाना का घेराव कर दिया। ज्ञात हो कि हाबडा राजगीर पैसेन्जर ट्ेन में आज जी0आर0पी0 के दर्जनों सुरक्षाकर्मीयों ने यात्रीयों से टिकट चेकिंग फोटो पहचान पत्र मांगने लगे। जो भी यात्री फोटो पहचान पत्र नहीं दिया उनसभी यात्री से हथियार का भय दिखाकर उनके रूपया को छिन लिया। तकरीबन 26 यात्रीयों से 50 हजार रू0 की अबैध बसुली कर लिया। ये सभी यात्री कहलगांव एन0टी0पी0सी0 से कामकर अपने घर बनारस जा रहे थे कि जमालपुर -किउल रेलमार्ग पर डियुटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने यात्रीयों के साथ जमकर मारपीट और उनके रूपया को लुट लिया। ये सभी किउल जी0 आर0पी0 में मामला दर्ज करवा दिय है। किउल जी0आर0पी0 में अभी रेल डी0आई0जी0, डी0एस0पी0 और थानाप्रभारी डी0एन0 पासवान मामले की तफतीश में जुट गए है। हलांकी यह पहली घटना नहीं है। ऐसा रोज हो रहा है। लेकिन किसी ने पुलिस  के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कर पाता था। आज पहली बार इतने लोगों ने एक साथ इन  वर्दी वाला गुण्डा के खिलाफ अवाज बुलंद किया है। अब देखना है कि रेल पुलिस क्या करती है।

Saturday 24 November 2012

दो ट्रेनों की आमने-सामने टक्कर - टला एक बड़ा हादसा


लखीसराय : किऊल गया रेल खंड पर शुक्रवार को दो ट्रेनों की आमने-सामने टक्कर होते-होते बची और एक बड़ा हादसा टल गया. जानकारी के अनुसार लखीसराय के केबिनमैन की लापरवाही के कारण हावड़ा से मोकामा जाने वाली 53049 अप पैसेंजर ट्रेन किऊल- मोकमा रेलखंड के बजाय किऊल-गया रेलखंड की पटरी दौड़ने लगी.
उसी ट्रैक पर विपरीत दिशा से 53624 डाउन गया-किऊल डीएमयू पैसेंजर ट्रेन भी आ रही थी. लेकिन हावड़ा मोकामा ट्रेन में विद्युत चलित इंजन था और किऊल गया रेलखंड का विद्युती करण नहीं हुआ है. इससे पावर नहीं मिलने के कारण हावड़ा-मोकामा ट्रेन कुछ दूर आगे बढ़ने के बाद स्वत: खड़ी हो गयी.
इसी दौरान हावड़ा-मोकामा पैसेंजर ट्रेन को किऊल गया रेलखंड में जाती देख केबिनमैन आनंदी पासवान ने अचानक प्वाइंट बदलने का प्रयास किया. इस कारण ट्रैक भी क्षतिग्रस्त हो गया. दूसरी तरफ हावड़ा-मोकामा पैसेंजर के ड्राईवर अरविंद कुमार द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगया गया. इससे ब्रेक भी क्षतिग्रस्त हो गया.
बाद में लाइट इंजन द्वारा हावड़ा मोकामा पैसेंजर ट्रेन को किऊल-मोकामा रेल खंड पर लाया गया. तब जाकर ट्रेन मोकामा की ओर बढ़ी. इस क्रम में किऊल-गया और किऊल-मोकामा रेलखंडों पर परिचालन लगभग तीन घंटे तक ठप रहा.
इस संबंध में केबिनमैन आनंदी पासवान ने बताया कि उन्होंने किऊल गया डीएमयू ट्रेन को आगे बढ़ने का सिगनल दिया गया था. लेकिन सिगनल लाल होने के बाद भी हावड़ा मोकामा ट्रेन को ड्राइवर ने खोल दिया, इससे रूट बदल गया.
उधर किऊल के स्टेशन प्रबंधक एनके ठाकुर ने बताया कि पहले हावड़ा मोकामा पैसेंजर का सिगनल दिया गया था. लेकिन उस ट्रेन के दस मिनट तक नहीं खुलने के कारण बाद में उसका सिगनल लाल कर दिया गया. इस कारण उसका रूट परिवर्तित नहीं किया जा सका.
- टला एक बड़ा हादसा
किऊल-गया व किऊल-मोकामा रेलखंडों पर परिचालन लगभग तीन घंटे तक ठप रहा
अचानक ब्रेक लगाने से ट्रैक व ब्रेक क्षतिग्रस्त

Wednesday 21 November 2012

बिहार चैम्पियन पहलवान..चन्द्रभान पहलवान


बिहार दंगल प्रतियोगिता नवादा से जीतकर आए विजेता बिहार चैम्पियन पहलवान. चन्द्रभान पहलवान को शहर के लोगों ने फुल माला पहनाकर स्वागत किया और पहलवान जी को लडडु खिलाया। उनके सहयोगी पहलवानों ने इस सम्मान समारोह को आयोजित किया । बिहार सरकार के पूर्व मंत्री राजबल्लव यादव ने इस प्रतियोगिता में विजेता को एक भैस और 5000 रू0 दिया है।  चन्द्रभान पहलवान बिहार चैम्पियन लगातार दुसरी बार चुना गया है। जिससे लोगों में खुशी है।

गोपाष्टमी


लखीसराय गौशाला चेरिटेबुल सोसायटी ने आज गोपाष्टमी के अबसर पर गौपुजा किया और गाय को सजाकर नगरभ्रमण के लिए एक जुलुस लेकर निकल गया है इस गोपाष्टमी के मुख्य उददेश्य है कि गाय की रक्षा करें।  गौ सर्वगुण सम्पन्न है गाय हमारी जीवन के रक्षक है

Tuesday 20 November 2012

आग में चार घर जलकर राख।

लखीसराय जिला के सुर्यगढा थाना क्षेत्र के सुरजीचक गांव में चुल्हे की चिंगारी से लगी आग !
खादय पदार्थ , टैक्टर, थ््रोसर , कपडा, आदि कुल तकरीबन 6 लाख रू0 की सम्पति जलकर राख। आग अभी भी लगी है। ग्रामिण द्वारा आग बुझाने की प्रयास जारी ! मौके पर नहीं पहुंची अग्निशमन दल। आग में चार घर जलकर राख। 

Monday 19 November 2012

प्रकृति प्रत्यक्ष देव सूर्य को अ‌र्घ्य

प्रकृति प्रत्यक्ष देव सूर्य को अ‌र्घ्य देते व्रतियों ने सुख सौभाग्य की कामना की। लखीसराय के जिला वासियों ने आज लोक आस्था नेमधर्म का महापर्व छठ पूजा के अंतिम दिन सुबह 5 बजे से लाखो छठवर्तीयों ने भगवान भाष्कर को अघ्र्य दिया और आज शान्ति.स्नेह और सद्भाव के साथ छठ मईया को घण्टों अघ्र्य पडता रहा । आज के दिन घाट पर हजारों बच्चों का मुंडन संस्कार भी किये गए ।



उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य


आस्था का प्रतीक महापर्व छठ पूजा मनाने का प्रचलन साढे़ तीन हजार वर्ष पूर्व से चला आ रहा है। छठ पूजा का यह लोकउत्सव कार्तिक शुक्ला चतुर्थी से आरंभ हो कर चौथे दिन सप्तमी की सुबह संपन्न होता है। इस पर्व को बहुत ही नियम पूवर्क मनाया जाता है।
इस महापर्व की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस पूजा में किसी भी मंत्र का उच्चारण नहीं होता और ना ही पंडित का सहयोग लिया जाता है। भारतीय चंद्रवर्ष [विक्रम संवत एवं शक संवत] के कार्तिक मास शुक्ल पक्ष के छठे दिन बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के निवासी जो त्योहार मनाते हैं, उसे 'सूर्य छठ' अथवा 'डाला छठ' कहा जाता है। वैसे तो इस महापर्व की शुरुआत चतुर्थी तिथि को नहाया खाय से शुरू होती है और उसके अगले दिन पंचमी को व्रती बिना अन्न जल ग्रहण किए हुए शाम को खरना की पूजा करते है। इसके बाद षष्ठी के दिन शाम को अस्ताचलगामी सूर्य और सप्तमी के सुबह उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देते हैं। घाटों पर भगवान भास्कर और छठी मइया की पूजा करते व्रतियों ने शहर को अध्यात्म और लोक संस्कृति के रंग में डूबो दिया। पीले वस्त्र, नहाकर गीले बदन, हाथ में फलों और ठेकुआ से भरा सूप लिए प्रकृति प्रत्यक्ष देव सूर्य को अ‌र्घ्य देते व्रतियों ने सुख सौभाग्य की कामना की।

आप सबों को महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामना !


अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को पहला अ‌र्घ्य

 
लोक आस्था का महान पर्व छठ के अवसर पर  बधाई । 

Sunday 18 November 2012

लोक आस्था का महापर्व छठ

लखीसराय चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व  छठ व्रतियों के घरों एवं बाजारों में बजते छठ मइया के गीतों से वातावरण पूरी तरह छठमय होता जा रहा है।लोक आस्था का पवित्र पर्व छठ पूजा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। शहर की एक लाख आबादी मुख्य रूप से किऊल नदी के विभिन्न घाटों पर छठ के दौरान अ‌र्घ्य अर्पित करते हैं। नदी घाटों पर अ‌र्घ्य अर्पित किया जाएगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी  द्वारा प्रत्येक घाटों एवं तालाबों का निरीक्षण कर प्रत्येक घाटों की सफाई का पूरा दावा किया जा रहा है। नगर परिषद द्वारा इसके लिए हर रोज एक जेसीबी मशीन से पांच-छह घंटे तक घाटों की सफाई में हो रही है तथा 50 से अधिक सफाई मजदूर हर रोज सफाई कार्य में लगे हैं। लेकिन किऊल नदी स्थित घाटों पर फैली गंदगी व शहर की सड़कों पर बदबू देते कूड़े-कचरे की ढेर नगर परिषद के हर दावे की पोल खोल रहा है। प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं दिख रहा है। ।
                         आज अष्टघाटी पोखर, दिनकर घाट और विधापीठ चैक स्थित हनुमान घाट पर स्वंयसेवी संस्था के सदस्यों ने नगर प्रशासन के खिलाफ  जमकर नारेबाजी किया और साफ-सफाई के लिए जुट गए।

Friday 16 November 2012

रोटी कपडा और मकान


लखीसराय में बासफोड जाति की स्थिति फटेहाल है । सुप मौनी और डालिया बनाकर जीवन बसर करने बाले इन बासफोडों का पूरा परिवार छठ पूजा के पहले से कारिगरी में जुट जाता है और दिन रात काफी मेहनत कर नेम धर्म लोकआस्था का महापर्व में बास की सुप को खरिददारी करने बालों की जब भीड उमडी तो एक आस जगी है कि अब मेरा दिन फिरने बाला है । महंगे दामों में बास खरीदकर कम मुनाफा लेकर सुप मौनी और डालिया बेच रहे है । खुले आसमान के नीचे गुजर बसर करने बाले इन बासफोडों की जिन्दगी नरक बनी रहती है एक तरफ बिहार सरकार महा दलितों के लिए काफी सुबिधा देने की लम्बी-चैडी भाषण देते रहते है फिर भी इन्हे कोई लाभ नही मिला है । अब - जब छठ पुजा का दिन आने से पहले आखों में चमक लौटी है । सरकार या जिला प्रशासन लाख दावा करले परन्तु इन जातियों के लिए अन्य दिनों रोटी कपडा और मकान के लिए दर-बेदर की ठोकरें खानी पडती है । बास फोडों का हाल बेहाल रहता है। बास की कराची से बनाते है छठ पूजा के लिए सुप मौनी और डालिया बाजार में कम दाम मिलते है । स्थिति फटेहाल है । फिर भी संतोष है ।

महंगाई जान मारेला


छठ के लिए मिटटी के वर्तन, बास का सुप,मौनी बटरी, फल और किराना  में महंगाई ने लोक-आस्था का महापर्व छठ पुजा के खरीददार  के लिए महंगाई जान मार दिया है ।  आखिर  सब के सब महंगाई डायन ने जान ले लिया है । कददु का दाम 35रू0 से लेकर 60 रू0 है । सुप का दाम 40 से 65 रू है। फल-फुल में भी काफी महंगाई मार गई है। बेचनेबाला और खरीददार दोनों परेशान है। खरीददार कम समान लेकर इसवार छठ मानाने की खानापुर्ति करने में लगे है तो दुकानदार मंहगा समान रहने के कारण अधिक नहीं बेच पा रहे है। इस बार महंगाई जान मारेला ।


मिडिया की स्वतंत्रता


आज लखीसराय जिला समाहरणालय के सभागार में जिलाधिकारी ने प्रेस दिवस के अबसर पर मिडिया की स्वतंत्रता पर एक परिचर्चा का आयोजन किया जिसमें जिला के सभी प्रिन्ट मिडिया और इलेक्ट्ोनिक मिडिया सहित जिला के सभी विभागों के अधिकारीयों ने भाग लिया। जिसमें मिडिया की कर्तव्यनिष्ठता, अपने कार्या के प्रति वफादारी, समाजिक सारोकार , आर्थिक रूप से शोषित पिडित व्यक्तियों के लिए उसके हक-और हुकुक के लिए आगे आने की बात कही। 16 नबम्बर 1964ई0 को प्रेस काॅसिल का गठन हुआ तभी से इस चैथा स्तम्भ के लिए प्रेस दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अबसर पर सभी ने एक दुसरे को मदद करने की संकल्प लिया।

Thursday 15 November 2012

बिहार का देवघर अशोक घाम


बिहार का देवघर अशोक घाम
लखीसराय जिले का नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या- 01 में  अशोक घाम है, जो आज बिहार का देवघर कहलाता है । श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर अशोकधाम परिसर में आज भी भक्तगण सिमरिया के गंगाघाट से कावर लेकर जल भरकर पैदल 30 कि0मी0 अशोक घाम  श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर में पुजा अर्चना करने आ रहे  है।  यहा साबन का महीना में काफी मनमोहक दृश्य देखा जाता  है ! भगवान श्रीराम द्वारा पुजित शिवलिंग  श्रावण माह का पहला दिन पूजा-अर्चना में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भक्तगण  भगवान शिव के शिवलिंग पर जलाभिषेक करता है । 
                                                सबसे बडी खासियत है यह कि---- 
यहा प्रतिदिन शादी होता है वो भी बिना कोई लगन-मूर्हत के, सभी अन्य दिन और रात को सैकडो जोडों वर-बधु की विवाह पारंपरिक वैदिक रीति-रिवाज से सम्पन्न होता है यहा सभी दिन काफी भीड होती है फिर भी जिला प्रशाषण द्वारा सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं रहता है यहाॅ दर्जनों प्रेम-विवाह, एवं पकडौवा-विवाह बिना रोक-टोक के सम्पन्न होता है । 
                                     पौराणिक इतिहासिक परिचय ------ 
भगवान जब अपने लीलाओं को अपने भक्तों को दिखाना चाहे है तब-तब किसी न किसी रूप में इतिहास रचा है  जैसे श्री राम ने रामायण में कई विवरण की व्याख्या सहित भाई-चारे का जो लीलाओं का विवरण किया वह इतिहास में लिखा गया है । ठीक इसी प्रकार भगवान भोलेनाथ की इच्छा जब प्रकट होकर अपने भक्तों की भक्ति भावना को जगाते हुए उनकी मनोकामना पूर्ण करने की हुई तो उन्होंनंे अशोक नामक चरवाहे को अपने भक्ति की प्रेरणा दी तब तत्पश्चात अशोक नामक चरवाहा चैकी रजौना के ग्रामीणों के साथ मिलकर खेलने के दरम्यान टीले की खुदाई कर डाला । देखते ही देखते एक अधिमुक्त काले रंग का शिवलिंग मिला । जिसे श्री गणेश चतुर्थी, वैशाख कृष्ण पक्ष संवत् 2034 तदनुसार 7 अप्रैल, 1977 ई0 हम सब कि सौभाग्य सूर्य के उदित होने का दिवस था । संसार के अन्य भागोें में, अंगकोरवाट में, अफगानिस्तान में, अमेरिका के मेक्सिकों नगर में भी शिवलिंग पाए गए है लेकिन यह काले रंग का चिकना शिवलिंग चैडा और लंबा एवं काफी भव्य कांतीमय है तुलसी रामायण के अनुसार जब राजा दशरथ ने राम सहित सभीं राजकुमारों का पुत्रेष्ठी यज्ञोपवित संस्कार मंुडन के लिए इसी रास्ते से  भगवान शिव की पुजाकर श्रृंगि रिषि के यहाॅं गये थे जो श्रृंगि रिषि आश्रम लखीसराय से 9 किलोमिटर कि दुरी पर चानन प्रखंड में है इसलिए श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव का महत्त्व भी है । लेकिन अशोकधाम की महिमा न्यारी और प्यारी है । इस मंदिर के धर्मस्थल जाने के लिए लखीसराय एवं किउल स्टेशन से रिक्शा, टमटम एवं टेक्सी मिलती है । यह स्टेशन से मात्रा 6 किलोमिटर कि दुरी पर स्थित हैं । राजधानी पटना से 125 किलोमिटर पुरब राष्ट्रीय उच्च पथ ;नेशनल हाईवे 80पर से लगभग 1 किलोमीटर की दुरी पर भोलेनाथ ;अशोकधाम अवस्थित हैं ।
लखीसराय में नये सिरे से रमणिक पर्यटन स्थल  ऐतिहासिक महत्व के कारण भोजपुरी फिल्मो के निर्मता निर्देशक एवम कलाकार अक्सर सूटिंग करते देखें जाते है बिहार सरकार का उपेक्षा के कारण  लखीसराय का ऐतिहासिक धरोहर  आज अपराधियो का वसेरा बन कर रह गया है लखीसराय में नये सिरे से रमणिक पर्यटन स्थल पर जिला प्रशासन ध्यान दे और पर्यटक क्षेत्र के रूप मे बिकसित करे तो यह लखीसराय जिले का अशोक घाम बिहार का देवघर बनकर अच्छा राजस्व देने के साथ देश विदेश के मनाचित्र पर भी आ सकता है 
ऐतिहासिक स्टोरी- इस पवित्र तीर्थ स्थल के निकट अन्य तीर्थ स्थल हैं जैसे श्रृंगीरिषि आश्रम, सीताकुण्ड, देवी त्रिपुर सुंदरी ;बड़हिया, भगवान महावीर का जन्म स्थल ;लछुवाड एवं महादेव सिमरिया ;सिकंदरा में हैं ।  किन्तु इसके साथ पौराणिक एवं ऐतिहासिक साक्ष्य भी जुड़े है, जो इस स्थापित तथ्य के प्रति हमारे विश्वास को बल प्रदान करते है । अशोकधाम के आस-पास के लोगों का कहना है कि भगवान शिव के अतिरिक्त श्री विष्णु, श्री लक्ष्मी जी, भगवती दुर्गा, नंदी आदि की कलात्मक मूत्र्तियों की रचना गुप्तकाल में हुई थी । ऐसी अनेक मुत्र्तियां इस धम में भी उपलब्ध होती रही है । इससे भी यह निष्कर्ष निकलता है कि कृमिला को अशोकधाम गुप्तकाल में भी अत्यंत महत्वपूर्ण धर्मस्थल था । अशोकधाम का शिवलिंग का नामकरण की श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव ने किया था । यह नाम पालवंश के अन्तिम शासक राजा इन्द्रद्युम्न के कारण किया गया । उसके पूर्व धर्मपाल सन 770 से 810ई0बौद्धमतावलम्बी था । उसी ने विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की थी उसके काल में बौद्वघर्म का विकास हुआ । लेकिन इसके साथ ही मंदिरों के विध्वंस की गति भी तीव्र हुई । 871 ई0 में नारायण पाल शासक हुआ करता था  । उसने अपनी राजधनी मुद्रागिरी ;मुुंगेर में रखी । भागलपुर संग्रहालय के ताम्रपत्र से ज्ञात होता है कि उसने मुद्रागिरि से श्रीनगर ;पाटलीपुत्रा के बीच 1000 लगभग शिव मन्दिर बनवाये । लेकिन अशोकधाम में दो फीट लंबे और डेढ़ फीट चैड़े एक काले पत्थर पर 1000 शिवलिंग मुत्र्तिया निर्मित मिले है । शायद यह नारायण पाल द्वारा बनाये गये अनेक शिव मंदिरों का प्रमाण है ।
इन्द्रद्युम्न पाल अपने वंश का अन्तिम शासक था । उसकी राज्य सीमा खड़गपुर, मंुगेर, जयनगर ;लखीसराय थी । बख्तियार खिलजी ने इसे पराजित किया था । वे पत्नी के साथ नित्य ही अशोकधाम शिवपूजन के लिए जाते थे । वही इस मंदिर होते हुए जलप्पा स्थान, श्रृंगीरिषि भी जाया करता था । उन्होेंने ही इस शिव मंदिर का निर्माण करवाया, जिसकी नींव 1977-78 ई0 की खुदाई में दिखाई पड़ी । इसी कारण इस शिवलिंग का नाम श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव पड़ गया । लखीसराय समाहरणालय के बगल में जयनगर पहाड़ी पर इन्द्रद्युम्न के भवन का अवशेष पाया गया है । इसकी चर्चा मुंगेर गजेटियर में किया गया है । 
इस क्षेत्र की ऐतिहासिकता के संबंध में लाॅर्ड कर्निंघम के द्वारा वर्णित पुरातात्विक सर्वेक्षण प्रतिवेदन में भी विवरण दिया हुआ  है, जिसका उल्लेख आचार्य राम रघुवीर ने अपनी उपर्युक्त पुस्तक में भी किया है । कर्निंघम को हरूहर और कियुल नदी के संगम पर 4 मील लंबे और 1 मील चैड़े क्षेत्रों में एक विशाल नगर की अवस्थिति का पता चला था । यहां बौद्वघर्म होने की संभावना का अनुमान लगाया था । उसने दूसरे टीले के अंदर अपेक्षाकृत प्राचीन मंदिर के अवशेष की संभावना जतायी थी । कर्निंघम ने कतिपय शिव, विष्णु आदि मंदिरों के अवशेष का वर्णन किया है । एक चतुर्भुजाकार टीले पर भगवान विष्णु की 3 छोटी और 1 बड़ी प्रतिमा उसे मिली थी । वहां पत्थर के खण्डों पर शंख लिपि में खुदे अक्षर भी थे । यह लिपि 7-8वीं शताब्दी में सम्पूर्ण भारत में प्रचलित थी ।
आज का लखीसराय पाल काप्य रिषि का लोहितार्णव तथा राजा कृमि का कृमिला नगर है जो आज किउल के नाम से जाना जाता है। ह्नेनसांग, कनिंघम तथा बैंग्लर द्वारा उल्लिखित शिव मंदिर से युक्त यह प्राचीन नगर है । अभी भी शिवमंदिर के तीनों ओर तथा राष्ट्रीय उच्च पथ के किनारे जो टीले हैं उनकी खुदाई करने पर विस्तृत जानकारी मिल सकती है । सौभाग्य से शिव मंदिर के उत्तर पश्चिम की दिशा में एक और मंदिर का अवशेष मिला है । यह संभवतः भगवती पार्वती का मंदिर था । शिव मंदिर का जो अवशेष मिला है । उसी के नक्शे के अनुसार नये मंदिर का निर्माण कार्य अभी चल रहा है । इस धर्मस्थल के स्थापना दिवस में कई हस्तियाँ समेत और गणमान्य उपस्थित थे । इस बुनियाद कि शुरुआत नयेसिरे से सन् 2004 ई0 में की गई हैं । 

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पुलिस के गिरफत में है भगवान


लखीसराय थाना की पुलिस के गिरफत में है भगवान। दर्जनों बेशकिमती मुर्तियों को थाना के बाहर रख दिया गया है । जिनकी कभी पुजा-पाठ तक नहीं होती है । कहने को तो यह चोरों से बरामद की गई है यहां इसे लेजाने बाला कोई जमानतदार तक नहीं है । इसे ना तो थाना का मालखाना नसीव हुआ और नहीं कोई मंदिर । मजबुरी बस लखीसराय थाना की पहरेदारी करते है भगवान । रहना है तो कुछ करना ही पडेगा । लखीसराय में पालकालीन वेशकीमती मूर्तियों की अनदेखी हो रही है लखीसराय में 18वीं सदी के पालवंश कालिन सैकडों बेशकिमती काले पत्थर से बना देवी-देवताओं की मुर्ति जहाॅ -तहाॅ बिखरी पडी है।इस शहर में एक अदद् संग्रहालय तक नहीं है । नतीजतन समय-समय पर इस शहर और जिले के अन्य हिस्सों से मिलनेवाली दुर्लभ मूर्तियाॅ जहाॅ-तहाॅ विखरी पडी है । ऐसी मूर्तियों में से कई तो चोरी भी हो चुकी है ।लखीसराय शहर के साथ ही इस जिले के कई अन्य ग्राम ऐतिहासिक अवशेषों से भरे पडे है । बौद्व, सनातन,एवं जैन धर्म के संगम स्थल के रूप में अपने प्राचीन अवशेष और स्मृति पाषाण चिन्हों से अलंकृत इस शहर के रजौनाएवं चैकी ग्राम अपनी ऐतिहासिकता को आज भी स्पष्ट कर रहे है । वर्ष 1977 ई0 में चैकी ग्राम से प्राप्त विशाल शिवलिंग अब यहाॅ सुप्रसिद्व श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर का रूप ले चुका है ।इन ग्रामों में से समय-समय पर प्राप्त असंख्य दुर्लभ मूर्तियों में से कई चोरी का शिकार हो चुकी है । और इस चोरी के मामले लखीसराय थाना में दर्ज है । जो मूर्तियाॅ बची हुई है उनमें से कुछ को मंदिर कमिटी ने सहेजकर सुरक्षित कर रखा है । तो कुछ अब जहाॅ -तहाॅ बिखरी पडी हैं । शहर का कवैया मुहल्ला,कालीपहाडी,लाली पहाडी,बालगुदर ग्राम,एवं जिले के कई अन्य ग्राम भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में कैद हैं। यहाॅ से भी यदा-कदा बेशकीमतीमूर्तियाॅ मिलती रही है । इनमें से किसी को भी सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं है ।
                   लखीसराय के ऐतिहासिकता को देखते हुए बर्ष 1981 में यहाॅ एक किराये के मकान में संग्रहालय की स्थापना की गई थी । दो बर्षों के बाद इसे यहाॅ से हटाकर जमुई ले जाया गया । राज्य के कला और संस्कृति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार लखीसराय संग्रहालय कर्मियों के वेतन, किराये एवं अन्य मद में विभाग द्वारा प्रति वर्ष चार लाख रूपयों से अधिक की राशि मुहैया करायी जा रही है । विभागीय अधिकारी लखीसराय में जमीन या कोई भवन उपलब्ध कराये जाने के लिए समय -समय पर जिले के आलाधिकारीयों से सम्पर्क साधते रहे है ,  ताकि यहाॅ संग्रहालय चालू किया जा सकें , परन्तु अभीतक यह संभव न हो पाने के कारण प्राचीन दुर्लभ मूर्तियां जहां-तहां राम भरोसे बिखरी पडी है । लखीसराय  राजा इंद्रदमन के शासन काल में बसाया गया लखीसराय अपनी धरोहरों को बचाये रखने में भी अक्षम साबित हो रहा है. यहां के प्रबुद्धजनों ने पुरातत्व विभाग व जिला प्रशासन से धरोहरों को बचाने की गुहार लगायी है.
यहां उत्तर में गंगा नदी, पूरब में किऊल नदी, पश्चिम उत्तर कोने पर हरूहर नदी स्थित है. बाबा श्रृंगी ¬षि धाम से निकले मोरवे, महावीर की जन्मभूमि लछुवाड़ के जंगलों से निकली सोमे नदी, भूरहा नदी, बड़हिया टाल के 14 सोते और लखीसराय के 52 तालाब हैं.
लखीसराय जिले के पौराणिक स्थलों का स्थाई रूप से नामकरण या पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कोई पहल राजनीतिक या प्रशासनिक तौर पर नहीं की जा रही है.
नहीं है संग्रहालय
यहां बर्बाद हो रही मूर्तियों के लिए एक संग्रहालय तक नहीं है. इस शहर को मुंगेर जिला से 03 जुलाई 1994 को बिहार सरकार की अधिसूचना जिला पुनर्गठन शाखा संख्या 123 के तहत जिला बनाया गया
V.O1--  जिले में संग्रहालय की स्थापना के संबंध में ने बताया कि -फिलहाल जिला प्रशासन के पास इसका कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है । उन्होने बताया की, जहाॅ-तहाॅ पडी मूर्तियों की सुरक्षा के प्रबंध जिला प्रशासन करेगा                                  

दाल का कटोरा


दाल का कटोरा
लखीसराय जिला के बडहिया टाल क्षेत्र में दलहन की प्रचुर मात्रा में खेती की जाती थी जिससे बिहार ही नहीं बल्कि सम्र्पुण भारत के कई राज्यों में दलहन की कच्चा माल मील-मालिकों को उपलब्ध कराया जाता था । जबकी लखीसराय शहर के मुख्य व्यवसायिक मंडी नया बाजार कें सैकडों घरों में चकरी मशीन द्वारा बडहिया टाल क्षेत्र के कच्चा माल दलहन को साफ-सुथरा करके फ्रेश दाल बनाया जाता था । जिसके कारण लखीसराय शहर के बडहिया टाल क्षेत्र दाल का कटोरा और नया बाजार को दालपटटी के नाम से प्रसिद्व हो गया है जो आज भी इसी नाम से प्रचलित है । इस दालमंडी में कई अत्याधुनिक दाल छटाई मशीन भी लग गया जिससे प्रतिदिन 50 भारी बाहन टृक से भारत के अन्य राज्यों दाल सप्लाय किया जाता था । अब स्थिति बदतर हो गया है
                और अब दो साल से लगातार सुखाड होने के कारण बडहिया टाल क्षेत्र में बडा-बडा विभिन्न तरह के घास उग आया है । जिसके कारण किसान भुखमरी के कगार पर पहुॅच गया है । बिहार सरकार के बिशेष दलहन बिकास पदाधिकारी लाल बच्चन सिंह  भी मानते है कि -यहाॅ घास का निबारण नहीं होने के कारण और प्रकृति का प्रकोप के फलस्वरूप दलहन की उपजानें में परेशानी हो गया है जिसके कारण कई किसान भुखमरी के कगार पर पहुॅच कर आत्महत्या भी करने के लिए मजबूर हो सकते है । उन्हे दो जुन की रोटी के साथ दाल भी मयस्सर नहीं हो रहा है । लम्बे धास को टाल क्षेत्र से हटाने के लिए अत्याधुनिक मशीनों द्वारा ही संभव है जो सरकार को लिखित सुचना दे दिया गया है लेकिन अभी तक कोई जबाब नहीं आया है
                और बहीं स्थिति लखीसराय शहर के मुख्य व्यवसायिक मंडी नया बाजार कें सैकडों घरों में चकरी मशीन द्वारा  फ्रेश दाल बनाने बालों फैक्टरी मालिकों की है सभी कल-कारखना बन्द पड गया है  फ्रेश दाल बनाने बालों फैक्टरी मालिकों का कहना है कि --बाहर से दलहन के कच्चा माल लानें पर परेशानी और बजार भाव से अधिक खर्चा आता है । आज बडहिया के टाल क्षेत्र का दाल का कटोरा खाली पडा है तो इघर शहर के मुख्य व्यवसायिक दालमंडी दालपटटी में सभी कल कारखाना बन्द हो गया है
    बिहार सरकार दलहन के किसान और व्यापारीयों से प्रतिबर्ष करोडों का टैक्स लिया लेकिन इसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया । यहाॅ के सभी किसान और व्यापारी सुखाड से प्रभावित है लेकिन जिला-प्रशासन और बिहार सरकार मुॅह बाॅए कर हाथ खडा कर लिया है। प्रशासन बिहार बिधान सभा चुनाव के बाद बडहिया टाल में ध्यान देने की बात  कहा था । लेकिन चुनाव खत्म हो गया और फिर बिहार में नीतीश कुमार का सरकार बन गया है अब देखना यह है कि बिहार सरकार के मुलाजिम किसान को अपने परम्परागत दाल का कटोरा में दलहन उगाने में कहाॅ तक साथ देते है या किसान फिर से दलहन उगाने की जहमत उठाते है या नहीं --------- और व्यापारी भी दाल-व्यवसाय के इस घंघा को फिर से शुरू करता है या नहीं ----------

बिहार में शोध की आवश्यकता


राज्य के पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह बडहिया के तालाबों में मछली पालन को बढावा देने के उददेश्य से निरिक्षण किया ! जिसमें उन्होने बताया कि किसानों को खेतों में फसल उत्पादन के साथ तालाबों में मछली पालन भी करना चाहिए. इससे उनकी आय दस गुणा अधिक होगी इस तरह मछली पालन कर लोगों की बेरोजगारी दुर होगी और लाखों रूपया की आमदनी होगा ! सही तरीके से मछली पालन में लोग लग जाए तो बिहार की राजस्व में बृद्वि होगी ।  बिहार में शोध की आवश्यकता है.  उन्होंने कहा कि पूर्व में मछली पालन का बजट पांच से सात करोड़ तक का हुआ करता था. इसे अब 700 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा से फतुहा तक के इलाके को मछली उत्पादन क्षेत्र में परिवर्तित करने की योजना है.
मंत्री ने कहा कि नहर के अलावा खेत में पोखर का निर्माण कर किसानों को मछली पालन के टिप्स दिये जाने की योजना है. इसके लिए किसानों को 40 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. जल का भूमिगत स्त्रोत राज्य में है. यूनिट की लागत राशि एन एफ बी बी ने तीन से बढ़ा कर चार लाख कर दिया है.
इसमें किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. एक हेक्टेयर में एक बोरिंग पर 80 प्रतिशत, डीजल पंप पर 50 प्रतिशत, तीन एचपी के चार लाख 50 हजार की लागत वाले सोलर पंप जो डेढ़ लाख लीटर पानी प्रतिदिन देते हैं पर किसानों को 90 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि नये सत्र में आंध्रप्रदेश से आने वाली मछली को रोकने के साथ बिहार से मछली दूसरे प्रांतों को भेजने की योजना है.
देश के 12 राज्यों में इस पकार की योजना चल रही है. बिहार में शोध की आवश्यकता है.

Wednesday 14 November 2012

घाटों पर व्याप्त गंदगी

छठ के लिए घाटों की साफ-सफाई में अनियमितता हो रही है। कहने को शहर में 33 नगर पार्षद हैलेकिन किसी ने व्याप्त गंदगी से निजात दिलाने की प्रयास तक नहीं कर रहे हैजिससे आम लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। आज सुर्यनाराण घाट के लोगों ने जमकर नगर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया ।सफाई को घाटों पर व्याप्त गंदगी को साफ कराने, जमीन समतलीकरण करने की मांग कर रहे है ।  शहर की सारी गंदगी इसी किउल नदी के घाटों पर नगर प्रशासन फेंकवाता है और तो और शहर के सभी नालों का गंदा पानी इसी किउल नदी के सभी घाटों पर बह रहा है। इस अवस्था में कैसे छठ हो पायेगा। अभी तक नगर विभाग कुछ नहीं कर रही है। मिडिया ने नगर परिषद लखीसराय के लगभग सभी घाटों का जायजा लिया तो पाया कि छठ पूजा के मद्देनजर शहर के करीब डेढ़ दर्जन वार्ड किऊल नदी स्थित घाटों का  सफाई  विद्यापीठ चौक घाट, प्रखंड कार्यालय के सामने महावीर  घाट, पथला घाट, छग्गन माहेश्वरी घाट, सूर्यनारायण घाट सहित अन्य घाटों को जाकर देखा ! लोग स्वंय साफ-सफाई करेंगे तभी कुछ हो सकता है वरना घाट गंदा ही रह जायेगा।

मंत्री गिरिराज सिंह का प्रेस वार्ता


बिहार सरकार के पशु एवं मतस्य पालन विभाग के मंत्री गिरिराज सिंह आज प्रेस वार्ता कर बताया कि अरविन्द केजरिवाल आजकल मिडिया में ज्यादा उछल रहे है उनपर अब प्रश्नचिन्ह लग गया है वो जो आन्दोलन किया  उसमें क्या खर्च हुआ। विदेशों से कितना डालर आया। और तो और वो 20 बर्षो तक नौकरी में रहकर क्या किया आजतक देशबासीयों को हिसाब-किताब नहीं दिया है। अरे अब तो राजनैतिक पार्टी बनाने जा रहे है बनने के बाद आटा-दाल का भाव पता चल जायेगा कि वो कितना पानी में है।


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                रंजीत कुमार सम्राट 
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