आज लखीसराय जिला पुलिस कार्यालय में महेश हत्याकांड की अभियुक्तों की गिरफतारी के लिए एस0पी0 साहिबा प्रेमलता से मृतक की पिडिता पत्नी रीता देवी ने गुहार लगाई। एस0 पी0 ने बात को टाल दिया तो वो कार्यालय के समक्ष धण्टों बबाल किया। और पुलिस प्रशासन की दोहरी रवैया से परेशान होकर आत्मदाह करने का कसम खाई है। इस पर एस0डी0पी0ओ0 सुबोध कुमार विश्वास ने काफी समझाया वो नहीं मानी। अभियुक्त कुख्यात बब्लु सिंह और गोरेलाल तांती उन्हे केश उठाने की धमकी देता रहता है। इससे बैचैन होकर वो आज एस0 पी0 साहिबा के कार्यालय के समक्ष गुहार लगा रही है।
V.O 1- मृतक महेश की विधवा पत्नी रीता देवी पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाई की मोटी रकम लेकर अपराधीयों को खुली छुट दे रखी है इधर अपराधी के श उठा लेने की धमकी दे रही है । लखीसराय महेश अपहरणकांड के मुख्य अभियुक्त उमाकान्त तांती सहित सभी अन्य अभियुक्तो से मोटी रकम लेकर पुलिस खुलेआम छोड दिया है यह आरोप मृतक की पत्नी रीता ने लगाई। महेश नरकंकाल पुलिस तो ला दी लेकिन अभियुक्तों को पकड पाने में असफल है । 19 Mahina के बाद भी पुलिस अपहर्ता को भी नहीं पकड पाया और अपहर्ताओं से महेश को छुडाने में नाकामयाव रही है
बाईट—1.. रीता देवी .... मृतक महेश की विधवा पत्नी.
V.O2 - लखीसराय जिला के एस0डी0पी0ओ0 सुबोध कुमार विश्वास ने बताया कि महेश हत्याकांड के अभियुक्त कर्नाटका राज्य में है पता लगने के बाद ही पकडा जा सकेगा । जांच प्रक्रिया में है वो भी हो ही जायेगी ।
बाईट 2--एस0डी0पी0ओ0 ...सुबोध कुमार विश्वास
News Story...महेश निराला तारीख 21 जून 11, समय शाम के चार बजे। स्थान कबैया ओपी क्षेत्र अंतर्गत दालपट्टी। हाफ टी-शर्ट व जिंस पहनकर घर से निकले महेश कुमार निराला ने शहर के राज स्टूडियो में अपना फोटो बनवाया। अपने सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों को ले अपने पुराने मित्र नंदनामा निवासी उमाकांत तांती के साथ बेगूसराय के लिए निकल पड़ा। जाने से पूर्व अपनी पत्नी शिक्षिका रीता देवी से यह कह कर विदा लिया कि नौकरी पक्की कर वापस लौटूंगा। पर कुदरत को यह मंजूर नहीं था। तरह-तरह की आशंका के बावजूद निराला के लौट आने की आस पत्नी रीता देवी एवं परिजनों को थी। उधर अपहरण की प्राथमिकी के बावजूद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के अलावा पुलिस कुछ हासिल नहीं कर सकी। जबकि निराला के साथ ही मुख्य अभियुक्त बने उसके साथ गए करीबी दोस्त उमाकांत तांती का भी कोई सुराग नहीं मिला। निराला की पत्नी रीता ने अनशन की और जब दबाव पड़ी तो 62 दिन के बाद निराला तो नहीं कुछ नर कंकाल लाने में पुलिस सफल हुई। बताया जाता है कि मामले के मुख्य अभियुक्त उमाकांत का बहनोई बेगूसराय के नुनपुर निवासी रामचन्द्र तांती का संबंध रेलवे के कथित संगठित गिरोह व बड़े ठेकेदार बबलू सिंह से जुड़ा है। जिसके यहां उमाकांत अपने बहनोई के माध्यम से रेलवे में नौकरी दिलाने के लिए निराला को 21 जून को ले गया था। अब वहां कौन सी परिस्थिति बनी कि निराला को नौकरी के बदले मौत मिली यह सवालों के घेरे में है।
महीना के काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सबकुछ पता लगाया और अगवा महेश का कपड़ा में छिपा कर नर कंकाल एक बोरा में बरामद किया। ज्ञात हो कि महेश कुमार निराला की पत्नी रीता कुमारी 3 बार सूबे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दरवार में गुहार लगा चुकी है 2 बार बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कु0मोदी की जनता दरवार में गुहार लगा थक कर पिडित रीता देवी जिलाधिकारी के समक्ष आमरण-अनशन पर बैठी महेश कुमार निराला पे0 बृजनंदन साव ग्राम $ पो0 - नन्दनामा थाना - रामगढ़ चैक लखीसराय का निवासी था जिसे गांव के ही शातीर अपराधी उमाकांत तांती और पप्पू तांती 21 जून को उसके ससुराल कवैया थाना क्षेत्र के दालपटट्ी मुहल्ले से बाढ़ के NTPC में नौकरी दिलाने के नाम पर ले गया था। ज्ञात हो कि सूबे बिहार के लखीसराय भाजपा विधायक विजय कुमार सिन्हा और जदयू के बोगो सिंह ने कवैया पुलिस के द्वारा गिरफतार किये गये अपराधी रामचन्द्र तांती को छोड़ने की सिफारिश की थी लेकिन कवैया पुलिस ने उनकी एक नही सुनी और उन्हें गहन पुछताछ के लिए रिमांड पर रखकर जेल भेज दिया था।
बेगुसराय जिले के बरौनी रेलवे केबिन के पास डोभा मे अगवा महेश का कपड़ा में छिपा कर नर कंकाल एक बोरा में पड़ा पाया गया जिसे लखीसराय पुलिस ने रेलवे के शातीर नशा खुरानी गिरोह के अपराधी गोरेलाल महतो उर्फ अमित] रुबी देवी को पकड़े जाने के बाद बरामद किया गया ! पुलिस बरौनी स्थित रेलवे केबिन के डोभा से उसके कपड़े और नरकंकाल बरामद कर पिडित परिजनों को पहचान करने के बाद स्पष्ट हो गया कि अगवा महेश की हत्या अपहरण करने के ठिक दो तीन दिन के बाद ही कर दिया गया था। दो महीना के काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सबकुछ पता लगाया और बरामद किया। इन दो महीनों में अगवा महेश की बरामदगी के लिए रोड जाम धरना पदर्शन और लगातार पाॅच दिनों तक पिडित रीता देवी जिलाधिकारी के समक्ष आमरण-अनशन पर बैठी रहीं। जिलाधिकारी और पुलिस अधिक्षक के 15 दिनों के अन्दर अगवा महेश को बरामद लेने की समय लेकर जुस पिलाकर अनशन तोडवाया। पुलिस पिड़ित परिवार को बुलाकर अगवा महेश के निशानदेही करवाया गया परिवार वालों ने उसके कपड़े देखकर पहचान लिया है। और पुलिस उसके नरकंकाल को जाॅच के लिए भागलपुर भेजा है। अगवा महेश का हत्या अपहरण कि 3 या 4 दिन बाद ही कर दिया गया था जिसका नरकंकाल एक बोरा में पाया गया उसके पहने हुए टी सर्ट का पहचान के बाद मामला साफ हो गया लखीसराय कवैया थाना कांड संख्या 256/11 के अपहरित महेश कुमार निराला का 24/06/2011 का मूलधारा – 364(A) 34, 364 /302 / 201 /120 B /34 भा0 द0 वि0 का परिवर्तित धारा लगाया गया है।
कौन दिन क्या हुआ
INDEX...25 Jun 2011...ko Apharan kes Darj
27 Jun..2011.. ko Apharan Mamla me 1 Giraftar
03 Julai..2011..ko...Roadjaam
04 August..2011..ko..45Din koi Surag Nahi
18 August..2011..ko..Aamaran Anshan
20 August.2011...ko Anshan me Halat Bigri
21 August..2011..ko Teachers ka Samarthan & Pardarshan, Mashal Julus
22 August ..2011.. Bazar Bandi & Pardarshan
DM & SP ne Juspilakar Anshan Todvaya
24 August ..2011.. Narkankaal aur kapde Bramad
24 August .2011...Agwa Mahesh ki Hattya2 Giraftar,SP pc