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Friday 30 August 2013

सुरक्षा दिवार

लखीसराय शहर में नगर परिषद के वार्ड न0 27 में दो साल पहले 3 लाख 55 हजार रू0 में महात्मा गांधी रोड किनारे मानसिंघा पैन पर सुरक्षा दिवार बनाई गई थी। जो आज उसे तोडकर उसी जगह पर 5 लाख रू0 की लागत से नाला बनाने की योजना है। नगर परिषद में राशि की हो रही है बर्बादी। अधिकारी लापारवाह है। बिना स्थल का जांच कियें एक ही जगह पर ठिकेदारी के लिए बार-बार टेंडर निकाली जा रही है।लखीसराय नगर परिषद का खुला पोल ।

             ज्ञात हो कि नगर पालिका अधिनियम के तहत किसी जगह पर जब कोई पहले से काम हो गया हो वहां संवेदक और अधिकारी पाॅच साल तक उसकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करेगें। लेकिन यहां तो ठिकेदारी कर अबैध रूप से मोटा रू0 का लुट करना नियति बन गया है। एक ऐसा ही मामला है। शहर के मुख्य सडक किनारे महात्मा गांधी रोड में- जहां बर्ष 2010-2011 मे मानसिंधा पैन की जल जमाव से निजात पाने के लिए सुरक्षा दिवार बनाने की योजना नगर परिषद वोर्ड की बैठक में सर्वसम्मिति से पारित हुआ और विभागीय टेंडर निकालकर 3 लाख 55 हजार रू0 से बनाई गई थी । जो आज उस दिवार को तोडा जा रहा है। और बहीं पर 5 लाख 70 हजार की लागत से अब नाली बनाने की  योजना है। कुल मिला कर देखा जाय तो यह सरासर रूपाया की बर्बादी हो रही है।
बाईट- अरविन्द कुमार -  पूर्व उपसभापति नगर परिषद
बाईट- पवन कुमार सिंह - संवेदक
बाईट- चन्द्रशेखर नारायण - कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद

सरकार के पारित होल्डिंग टैक्स को बोर्ड ने किया खारिज

लखीसराय  नगर भवन में नगर परिषद लखीसराय की सभापति शशि देवी पांडेय की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक हुई। कार्यपालक पदाधिकारी चंद्रशेखर नारायण एवं उप सभापति अरविंद पासवान की उपस्थिति में वार्ड पार्षदों की कार्यवाही प्रारंभ हुई। गत बैठक की संपुष्टि के बाद ...नगर विकास विभाग बिहार पटना द्वारा नगर परिषद लखीसराय की स्वीकृत होल्डिंग टैक्स के प्रस्ताव को पार्षदों ने बोर्ड की बैठक में लिए निर्णय के विपरीत बताते हुए अस्वीकार कर दिया तथा कर निर्धारण को ले शीघ्र ही विशेष बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया।
 सभी ने अविलंब सभी पार्षदों को सूची देने तथा एनजीओ के क्रियाकलाप की जांच कराने की मांग की। बैठक में बीआरजीएफ योजना के तहत प्रत्येक वार्ड पार्षदों को 5-5 लाख रुपए की योजना की सूची देने को कहा गया। चतुर्थ राज्य वित्त आयोग की राशि से प्रत्येक वार्ड में एक-एक सामुदायिक भवन का निर्माण कराने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसके लिए पार्षदों से सरकारी जमीन खोजने को कहा गया। शहर में साफ-सफाई, रोशनी का विशेष प्रबंध करने, हर वार्ड में नियमित रूप से सफाई करने एवं कूड़ा निस्तारण का निर्णय लिया गया। शहर के अधिकांश वार्ड में जलजमाव से निबटने के लिए बैठक में किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया।

जिस्म फरोशी का धन्धा

लखीसराय के सत्कार होटल और से वेश्यावृति करते 4 लडकीयां 2 लडके गिरफतार कर लिया गया है। जबकी शान्ति होटल इन से 3 लडकियां 1 मैनेजर गिरफतार किया गया है। लखीसराय के कई प्रतिष्ठत होटलों में लडकीयों की जिस्म फरोशी का धन्धा में 10 गिरफतार कर लिया गया है।
V.O 1....लखीसराय के सदर एस0 डी0 पी0 ओ0 सुबोध कुमार विश्वास ने प्रेस वार्ता कर बताया कि गुप्त सुचना के आधार पर कबैया थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार से देर रात जिले कई होटलों में  जिस्म फरोशी का धंधा चल रहा था रात के नौ बजते ही गोपनीय ढंग से लखीसराय के दो नामी होटल पहिला सत्कार होटल और दुसरा शांति होटल इन से कुल 7 युवती को जिस्म फरोशी करते युवक और युवती को रंगे हाथ पुलिस ने दबोच लिया । जबकी द्यटना स्थल से दो युवक  सहित सत्कार होटल के मैनेजर बब्लु कुमार को भी गिरफतार किया गया है।
                   इस छापेमारी में महिला थाना और टाउन थाना ने संयुक्त रूप से शामिल था।
                 पकडे गये युवती में प्रियका कुमारी, आशा कुमारी, लीलीता कुमारी , सोनी कुमारी, सोनिया रानी  , मोनिका, रिया कुमारी शामिल है।  पकडे गए  एक युवक  राजा जो कि कलकता से युवती को  होटल में सप्लाई किया करता था ।
               पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। अभी सभी लडकीयों का मेडिकल चेकअप के बाद जेल भेजने की तैयारी किया जा रहा है।   

फंड बेचवा वार्ड पार्षद

लखीसराय के फंड बेचवा वार्ड पार्षदों के द्वारा बिना कोई कार्य करवाये कमिशन के तौर पर 2 लाख से लेकर 5 लाख रू0 अबैध लेकर आवंटित अपना वार्डकी राशि को दुसरे वार्ड में फंड को अधिकारीयों के देखरेख में ट्ान्सर्फर किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि
 1 करोड 65 लाख रू0 का नगर परिषद में बर्ष-2012- 2013 के लिए प्रत्येक 33 वार्डो में कुल 50 -50 लाख रू0 का योजना दिया गया जो अफसर और वार्ड पार्षद मिलकर मोटी राशि की कमिशन खा लिया और अपना फंड बेच लिया ।  और इसमें दर्जनो ऐसे वार्ड पार्षद है। जो अपने वार्ड का आवंटित योजना की राशि को मोटी कमीशन लेकर दुसरे जगहों पर फंड का बेची किया जा रहा है। और यह भी अधिकारीयों के देख-रेख में हो रही है।लखीसराय नगर परिषद के अधिकारी और तमाम वार्ड पार्षद लाख दावा कर ले। परन्तु एक ही जगह पर  अलग-अलग नामपर काम को कागजों पर किये जाने की ढोंग हो रही है। और उसके आाड में अधिकारी और वार्ड पार्षद अबैध रूपया की कमा-कमाकर मुस्टंड हाते जा रहे है।लखीसराय शहर के वार्डसंख्या- 26 के मथुरा साह, वार्डसंख्या- 23 की रीता देवी, वार्डन0 - 14 की जानकी देवी सहित दर्जनो वार्डपाषदों नेअपनी वार्ड में दिये गए योजनाओं को दुसरे वार्डके ठिकेदारोंके लिए अपना आवेदन देकर फंड बेच दिया है। ज्ञात हो कि  वार्डपार्षद फंड बेचने के एवज मेंइन्हे 2 लाख रू0 लेकर 5 लाख रू0 बिना कोई काम करवाये मिल चुका है। आज जब मिडिया ने इस खबर को कवरेज करने लगा तो वार्ड पार्षदों के बीच खलवली मचने लगी। आज 3 बजे नगर भवन में नगर विकास पदाधिकारी ने सभी वार्डपार्षदों की आपात बैठक बुलाईहै।
बाईट- चन्द्रशेखर नारायण - नगर विकास पदाधिकारी
बाईट- अरविन्द कुमार - पूर्व उपसभापति नगर परिषद
बाईट- अर्जुन प्रसाद - स्थानीय नागरिक
बाईट- राजेश कुमार - स्थानीय नागरिक 

गंगा की उफान

लखीसराय  विगत एक पखवारे से गंगा नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ने के कारण हरूहर एवं किऊल सहित अन्य नदियों पर दबाव बढ़ने लगा है।
                लखीसराय जिला के हरनामचक, महमदपुर, आलापुर, सदायबीघा, जीतवारपुर, दीघा सहित दर्जनों गांव जल प्लावित हो चुका है। लोग जान माल की सुरक्षा के लिए नाव का सहारा लेकर शहर की ओर लौट रहे है। इधर जिला प्रशासन ने गंगा की उफान से तेजी से बढ रहे जलस्तर के कारण 84 बाढ प्रभावित स्कुलों में सार्वजनिक छुटटी धोषित कर दिया गया है। गंगा डरा रही है लोग भाग रहे है।
          जिले में बाढ से समान्य प्रभावित इलाकाई क्षेत्र की आबादी 16,4445  एक लाख चैसठ हजार चार सौ पैतालीस है। जो बरसात के दिनों लखीसराय शहर में किउल नदी व हरूहर नदी में  जल जमाव से प्रभावित होता है। बहीं जिले के पिपरिया प्रखण्ड, बडहिया प्रखण्ड के गंगाधाट, हरूहर नदी और टाल क्षेत्र का अंश जल जमाव से प्रभावित होता है। जिले के सुर्यगढा में गंगा , किउल नदी,और हरूहर नदी का मिलन होता है। यहां भी बाढ आने की संभावना अक्सर बनी रहती है।
                  खासकर पिपरिया एवं सूर्यगढ़ा प्रखंड के दियारा क्षेत्र में सैकड़ों बीघे में लगी मकई एवं सब्जी की फसल डूबने लगे हैं। वहीं दियारा क्षेत्र के तरी पर इलाके में कटाव का खतरा मंडराने लगा है। जिससे किसान व ग्रामीण परेशान है।  गंगाए हरूहर एवं किऊल नदी में जलस्तर बढ़ जाने के पशुपालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। मकई व भदई फसल को डूबते देख किसानों का कलेजा फटने लगा है। गंगा में तेजी आने से नदी किनारे निचले हिस्से में सैकड़ों बीघे में लगी फसल डूबकर नष्ट हो चुकी है। पशुओं के लिए चारे की समस्या गंभीर है।

 
        V.O1...जिला प्रशासन ने दौरा कर सभी पिडितों के उचित व्यवस्था करने की बात कहा है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बाढ़ पूर्व प्रभावित इलाके में पशुचारा की व्यवस्था करने का आदेश दे रखा है

जलमग्न

फिर से बढ़ा नदियों का जलस्तर .... बड़हिया प्रखंड एवं नगर पंचायत क्षेत्र में गंगा एवं हरूहर नदी का जलस्तर दोबारा बढ़ने से एक बार फिर टाल एवं दियारा क्षेत्र के अलावा नगर पंचायत क्षेत्र जलमग्न हो गया है।
ज्ञात हो कि विगत एक सप्ताह पूर्व जितना क्षेत्र प्रभावित हुआ था उससे अधिक क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल गया है। टाल क्षेत्र के पाली, ऐजनीघाट एवं गिरधरपुर पंचायत के सभी गांव में जाने वाला संपर्क पथ बाढ़ का पानी आ जाने से बंद हो गया है। वहीं खुटहा पूर्वी पंचायत एवं खुटहा पश्चिमी पंचायत जाने वाली सड़क पर जैतपुर गांव के बाहर लगभग दो फीट पानी हो जाने से दियारा क्षेत्र जाने वाले रास्ते बंद हो गए हैं। जैतपुर, रामनगर, गंगासराय, डुमरी पाटन पर, लक्ष्मीपुर, आदर्श लक्ष्मीपुर गांव के चारों ओर बाढ़ का पानी फैल गया है। खुटहा चेतन टोला एवं खुटहा डीह के कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं मालपुर गांव में भी कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। बीएनएम कालेज जाने वाली सड़क पर भी बाढ़ का पानी लगभग दो फीट हो गया है। कालेज परिसर, बोधी टोला, खुशहाल टोला के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सैकड़ों परिवार कालेज घाट की तरफ जाने वाली सड़क पर अपना मवेशी एवं खुद का ठिकाना बनाए हुए हैं। गढ़ टोला, गोल भट्ठा गांव भी बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। गोल भट्ठा के दर्जनों घरों में भी पानी प्रवेश कर गया है। टाल एवं दियारा क्षेत्र के लोगों का प्रखंड मुख्यालय आने, मरीज को अस्पताल लाने का एकमात्र सहारा नाव ही रह गया है। पहले से लगभग डेढ़ फीट पानी बढ़ गया है। 

Thursday 29 August 2013

इंदिरा आवास के आंबटन मे लुट खसोट

लखीसराय जिला मे गरीबी , मुफलीसी और फुटपाथ की जिदंगी जीने बाले लोगो को एक बेहतर जिंदगी देने की कोशिश मे सरकार ने कई योजनाओ की शुरूआत की । जिला में इन्दिरा आबास योजना टाॅय-टाॅय फिस्स । अधिकारी कागजो पर बना रही है गरीब -गुरवो का मकान । बरसात के दिनों खुले आसमान के नीचे जैसे -तैसे रहने को है मजबुर । गरीबो के हित मे की गई इस प्रयास से गरीबो की जिंदगी सुधरे न सुधरे पर अधिकारियो , बिचैलियो और जनप्रतिनिधियो की चाॅदी जरूर हो गई । इंदिरा आवास के आंबटन मे खुला रेट है । जरूरत मंदो को 10 हजार की राशि चढावा के रूप मे देना पडता है ! लखीसराय जिला के महिसोना गांव में महादलितों को इन्दिरा आबास के लिए पहला स्टालमेन्ट 15000 रू0 पास किया गया जिसमें दलाल 2000 रू0 खा गया । मात्र 13 हजार रू0 में जमीन से 3 फीट खडा कर मुसहर जाति के लोग अगला स्टालमेन्ट लेने के फिराक में 2 बर्ष गुजार दिया लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला है। तेज गर्मीऔर आंधी पानी झेलकर सभी लोग जैसे-तैसे जीवन गुजर बसर कर रहे है। अपने आधे-अधुरा इन्दिरा अबास में पुआल या प्लास्टिक पन्नी से ढक कर रह रहा है। जबकी अब महादलित समुदाय सरकार और जिला प्रशासन की ओर टकटकी लगाकर इन्तजार में है। कि कब उसे अगला बाकी राशि मिलेगा। लेकिन इघर अगला स्टालमेन्ट के लिए दालाल उनसे 10 हजार कमीशन के तौर पर मांग रहा है। दर्जनोंलोग इसी लाईन मेंखडे है। जबकी दलाल और अधिकारी दुसरा स्टाॅलमेन्ट का राशि निकाल कर खा चुका है। और कई बच्चो के नाम शामिल है जिनके नाम पर इंदिरा आवास की राशि उठाई गई । जिसका फायदा स्थानीय अधिकारियो , जनप्रतिनिधियो को लुट का पैमाना तय करती है । यही बजह है की यहाॅ एक एक आदमी के नाम पर चार चार बार इंदिरा आवास का आबांटन हुआ । अशिक्षा और संबादहीनता की कमी से स्थानीय जनप्रतिनिधी ,दलाल अधिकारियो की मिलीभगत से लुट खसोट का खेल खुलेआम करते है । जिसमे भोली भाली जनता इनके चक्रव्युह मे फॅस जाती है । गाॅव वालो की यकिन करे तो यहाॅ इंदिरा आवास के आंबटन मे खुला रेट है । जरूरत मंदो को 10 हजार की राशि चढावा के रूप मे देना पडता है कई गाॅव है जहाॅ  सरकारी राशि की लूट खसोट के लिए कई तरह के तिकरम को प्रयोग मे लाया गया ।

रैव म्युजिक लांच

रैव म्युजिक लांच
लखीसराय शहर के होटल शान्ति इन में रूप आलमवीर फिल्म म्युजिक कं0 के द्वारा बनारस की प्रसिद्व फिल्म निर्माता रूपेश गुप्ता ने रैव म्युजिक लांच किया जिसमें बिहार के दर्जनो भोजपुरी फिल्म निर्माता और कलाकारों ने भाग लिया।

 

वीआईपी होटलों में चल रहे जिस्मफरोशी

लखीसराय शहर के वीआईपी होटलों में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस ने रैकेट से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। देर रात को पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े सरगनाओं एवं होटल मालिकों के आवासों की सघन तलाशी ली।
लखीसराय शहर के वीआईपी होटलों में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस ने रैकेट से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। देर रात को पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े सरगनाओं एवं होटल मालिकों के आवासों की सघन तलाशी ली। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा की निगरानी एसडीपीओ सुबोध कुमार विश्वास के नेतृत्व में जिले के विभिन्न थानों के थानाध्यक्षों ने होटल शांति के मालिक साधु शरण साव के लाल पहाड़ी स्थित चार मंजिला आलीशान आवास को कई घंटों तक खंगाला। उसके बाद पुलिस की टीम ने शहर के कबैया रोड स्थित होटल सत्कार रेस्ट हाउस के मालिक विजय गुप्ता के आवास पर भी छापेमारी कर गहन तलाशी ली। छापेमारी में पुलिस ने एक दर्जन बैंक पासबुक, चेकबुक, राइफल के चार कारतूस, एक एयरगन, एक एयर पिस्टल, दूरबीन समेत भारी मात्रा में कागजात जब्त किए। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा को शहर के इन वीआईपी होटलों में सेक्स रैकेट चलने की सूचना मिली थी। इसपर कबैया थानाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी, महिला थानाध्यक्ष सुधा कुमारी लखीसराय थानाध्यक्ष राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने गोपनीय तरीके से बुधवार की रात होटल शांति में छापेमारी कर होटल के अलग-अलग कमरों से तीन तथा सत्कार रेस्ट हाउस से चार लड़कियों को दबोच लिया। इनके साथ कोलकाता का मो. रजा नामक एक युवक, सत्कार रेस्ट हाउस का संचालक डब्लू राम तथा शांति होटल के मालिक साधु शरण साव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी में पुलिस को लड़कियों के कमरे से कंडोम अन्य आपत्तिजनक सामान भी मिले हैं। गिरफ्तार सभी लड़कियां जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल थीं जो दलालों के माध्यम से होटल में रहकर सेक्स वर्कर के रूप में काम कर रही थीं। पुलिस ने इन सभी लड़कियों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं। इनकी जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि होटलों से बरामद सात लड़कियों में कुछ नाबालिग भी दिख रही हैं। इन्हें न्यायालय के आदेशानुसार रिमांड होम भेजा जाएगा। एसपी ने बताया कि होटल शांति का मालिक साधु शरण साव पूर्व में भी नोट डबलर के रूप में गिरोह चलाता था। उसके आवास पर की गई छापेमारी में पांच करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति होने के साक्ष्य मिले हैं। बरामद बैंक पासबुक जमीन के कागजातों की जांच की जा रही है। उसके विरुद्ध आर्थिक अपराध का मामला दर्ज कराया जाएगा। एसपी ने बताया कि सत्कार रेस्ट हाउस के मालिक विजय गुप्ता ने होटल को विजय राम नामक एक व्यक्ति को लीज पर देने की बात कही है। उसके आवास पर की गई छापेमारी में 40-50 लाख रुपये सूद पर लगाने के बंध पत्र तथा कई पासबुक जब्त किए गए हैं। छापेमारी में होटल शांति से कोलकाता की एक, शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र अंतर्गत खलीफा चौक की एक, जमुई की एक एवं होटल सत्कार रेस्ट हाउस से पटना के कंकड़बाग गोलंबर की एक, पटना गायघाट की दो एवं लखीसराय जिले के बड़हिया थाना के खुटहाडीह गांव की रहने वाली एक लड़की को गिरफ्तार किया गया।


 पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा की निगरानी एसडीपीओ सुबोध कुमार विश्वास के नेतृत्व में जिले के विभिन्न थानों के थानाध्यक्षों ने होटल शांति के मालिक साधु शरण साव के लाल पहाड़ी स्थित चार मंजिला आलीशान आवास को कई घंटों तक खंगाला। उसके बाद पुलिस की टीम ने शहर के कबैया रोड स्थित होटल सत्कार रेस्ट हाउस के मालिक विजय गुप्ता के आवास पर भी छापेमारी कर गहन तलाशी ली। छापेमारी में पुलिस ने एक दर्जन बैंक पासबुक, चेकबुक, राइफल के चार कारतूस, एक एयरगन, एक एयर पिस्टल, दूरबीन समेत भारी मात्रा में कागजात जब्त किए। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा को शहर के इन वीआईपी होटलों में सेक्स रैकेट चलने की सूचना मिली थी। इसपर कबैया थानाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी, महिला थानाध्यक्ष सुधा कुमारी लखीसराय थानाध्यक्ष राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने गोपनीय तरीके से बुधवार की रात होटल शांति में छापेमारी कर होटल के अलग-अलग कमरों से तीन तथा सत्कार रेस्ट हाउस से चार लड़कियों को दबोच लिया। इनके साथ कोलकाता का मो. रजा नामक एक युवक, सत्कार रेस्ट हाउस का संचालक डब्लू राम तथा शांति होटल के मालिक साधु शरण साव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी में पुलिस को लड़कियों के कमरे से कंडोम अन्य आपत्तिजनक सामान भी मिले हैं। गिरफ्तार सभी लड़कियां जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल थीं जो दलालों के माध्यम से होटल में रहकर सेक्स वर्कर के रूप में काम कर रही थीं। पुलिस ने इन सभी लड़कियों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं। इनकी जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि होटलों से बरामद सात लड़कियों में कुछ नाबालिग भी दिख रही हैं। इन्हें न्यायालय के आदेशानुसार रिमांड होम भेजा जाएगा। एसपी ने बताया कि होटल शांति का मालिक साधु शरण साव पूर्व में भी नोट डबलर के रूप में गिरोह चलाता था। उसके आवास पर की गई छापेमारी में पांच करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति होने के साक्ष्य मिले हैं। बरामद बैंक पासबुक जमीन के कागजातों की जांच की जा रही है। उसके विरुद्ध आर्थिक अपराध का मामला दर्ज कराया जाएगा। एसपी ने बताया कि सत्कार रेस्ट हाउस के मालिक विजय गुप्ता ने होटल को विजय राम नामक एक व्यक्ति को लीज पर देने की बात कही है। उसके आवास पर की गई छापेमारी में 40-50 लाख रुपये सूद पर लगाने के बंध पत्र तथा कई पासबुक जब्त किए गए हैं। छापेमारी में होटल शांति से कोलकाता की एक, शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र अंतर्गत खलीफा चौक की एक, जमुई की एक एवं होटल सत्कार रेस्ट हाउस से पटना के कंकड़बाग गोलंबर की एक, पटना गायघाट की दो एवं लखीसराय जिले के बड़हिया थाना के खुटहाडीह गांव की रहने वाली एक लड़की को गिरफ्तार किया गया।



Wednesday 14 August 2013

शहीद नीरज के परिजनों का हाल बेहाल

शहीद्व नीरज को नही मिला न्याय !

लखीसराय जिले के सिंगारपुर गांव की कहानी है जहां कई सेना के जवान अपने देश पे मर मिटने की कहानी लिखी है कई ऐसे युवक है जो आज भी अपने देश के लिए मर मिटने के लिए सेना मेंतैनात है । पर उन सेनाओं के साथ भारत सरकार काफी धोखा दिया है जिन्होने अपने वतन को लेकर अपनी जान की कुर्बानी कर दिया है। ऐसा ही एक शहीद्व कारगिल युद्व में नीरज की कहानी है जो 12 दिसम्बर 1999 में देश के लिए जान दे दिया । इस द्यटना के बाद कई बिहार के मत्रियों ने इनके परिवार को अश्वासन बडे शब्दो में दिया था पर आज नीरज के परिवार मेंसही भोजन खाने-पीनेको ललायित है । नीरज की शादी 1994 में हुआ था तीन साल के बाद अपने विवाहित पत्नी राधा को अपने घर लाने के एक साल बाद प्रथम पुत्री शीलु के जन्म के बाद ही यह अपने देश की रक्षा के लिए शहीद्व हो गये है लेकिन इनकी पत्नी को क्या मालुम था कि नीरज से दुबारा मिलना न गवारा हुआ । ......................................................


ज्ञात हो कि पिछले बिहार सरकार के द्वारा इन परिवार को कई छोटे मोटे लाभ मिलना शुरू हो गया लेकिन बिहार सरकार के द्वारा कई विकास घोषना के बाद भी आज तक न ही सिंगारपुर गांव में शहीद्व द्वार को पुरा किया गया और न ही शहीद्व भवन को निर्माण किया गया रही बात नीरज के नाम पर स्कुल का संचालन करने की बात तो स्कुल का संचालन किया गया पर शहीद्व नीरज के नाम पर स्कुल का नामांकन नही किया गया।
 
 

श्रृंगिरिषी आश्रम

लखीसराय जिला के नक्सल प्रभावित चानन थाना क्षेत्र के जंगली एवं पहाडीयों के कन्द्राओं में श्रृंगिरिषी आश्रम अवस्थित है। जहां ऋषि
मुनियों का तपोभुमि हुआ करता था। और धने जंगल में भगवान श्रीराम के मुंहबोली बहनोई श्रृंगिरिषी का आश्रम था ।
जहां भगवान शंकर का विशाल शिवलिंग है। इसलिए इस जंगल में हजारों श्रद्वालु बिना कोई भय के महादेव पर जलाभिषेक कर रहे है।

यहां की प्राकृतिक छटा काफी मनोरम है। पहाडों की कन्द्राओं से निकला अविरल जल स्त्रोत की झरना से बहता पानी में लोग डुबकियां लगाकर लोग प्रफुल्लित होते है।
 

 सबसे बडी खासयित यह है कि यहां की पानी पाचन क्रिया को ठीक रखता है। किसी भी तरह की गरीष्ठ भोजन खाने के बाद भी यहां आधा धण्टा में भुख लग जाती है। यहां लोग सप्ताह भर रहकर जंगल में मंगल मनाते है। और भगवान शिव को जलाभिषेक करते है। ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से इस श्रृंगिरिषी आश्रम का बहुत बडी महत्व है। यहां आने के बाद शान्ति स्नेह और सद्भाव व शकुन महसुश होता है। सावन महिना में यहां प्रतिदिन भीड रहती है। जिला के श्रृंगिऱिषी घाम में आज 30 हजार श्रद्वालुओं ने शिवलिंग पर किया जलाभिषेंक ।
 

ज्ञात हो कि... बाल्मिकी रामायण और रामचरित्र मानस के अनुसार इस श्रृंगीरिषी आश्रम में त्रेतायुगिन राजा दशरथ के चारो पुत्र श्री राम, लक्षमण, भरत, शत्रुधन का मुंडन संस्कार हुआ था। यहां भगवान श्री राम अपने मुंहबोली बहन शांता के साथ महीनों रहकर इस मनोरम छटा का आनंद लिया था। शांता को राजा दशरथ ने गोद लिया था। और वो अंग राज के प्रतापी ब्राहमण रिषी के श्रृंगिव से विवाह रचाई थी । लखीसराय जिला के चानन थाना क्षेत्र के एक आश्रम में रहती थी। जो आज श्रृंगिरिषी धाम के नाम से प्रसिद्व है।

तुलसी रामायण के अनुसार जब राजा दशरथ ने राम सहित सभीं राजकुमारों का पुत्रेष्ठी यज्ञोपवित संस्कार मुंडन के लिए इसी रास्ते से भगवान शिव की पुजाकर श्रृंगि रिषि के यहा गये थे जो श्रृंगि रिषि आश्रम लखीसराय से 9 किलोमिटर कि दुरी पर चानन प्रखंड में है। श्रृंगि रिषि की महिमा न्यारी और प्यारी है । इस मंदिर के धर्मस्थल जाने के लिए लखीसराय एवं किउल स्टेशन से रिक्शा, टमटम एवं टेक्सी मिलती है । यह स्टेशन से मात्र 9 किलोमिटर कि दुरी पर स्थित हैं । राजधानी पटना से 125 किलोमिटर पुरब राष्ट्रीय उच्च पथ नेशनल हाईवे 80 पर से लगभग 12 किलोमीटर की दुरी पर अवस्थित हैं श्रृंगीरिषि आश्रम को रमणिक पर्यटन स्थल के रूप मे बिकसित करे तो यह लखीसराय जिले का प्रसिद्व धार्मिक स्थल के रूप में अच्छा राजस्व देने के साथ देश विदेश के मनाचित्र पर भी आ सकता है ।

 जहां भगवान शंकर का विशाल शिवलिंग है। इसलिए इस जंगल में हजारों श्रद्वालु बिना कोई भय के महादेव पर जलाभिषेक कर रहे है। यहां की प्राकृतिक छटा काफी मनोरम है। पहाडों की कन्द्राओं से निकला अविरल जल स्त्रोत की झरना से बहता पानी में लोग डुबकियां लगाकर लोग प्रफुल्लित होते है। सबसे बडी खासयित यह है कि यहां की पानी पाचन क्रिया को ठीक रखता है। किसी भी तरह की गरीष्ठ भोजन खाने के बाद भी यहां आधा धण्टा में भुख लग जाती है। यहां लोग सप्ताह भर रहकर जंगल में
मंगल मनाते है। और भगवान शिव को जलाभिषेक करते है। ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से इस श्रृंगिरिषी आश्रम का बहुत बडी महत्व है। यहां आने के बाद शान्ति स्नेह और सद्भाव व शकुन महसुश होता है। सावन महिना में यहां प्रतिदिन भीड रहती है। जिला के श्रृंगिऱिषी घाम में आज 30 हजार श्रद्वालुओं ने शिवलिंग पर किया जलाभिषेंक ।

ज्ञात हो कि... बाल्मिकी रामायण और रामचरित्र मानस के अनुसार इस श्रृंगीरिषी आश्रम में त्रेतायुगिन राजा दशरथ के चारो पुत्र श्री राम, लक्षमण, भरत, शत्रुधन का मुंडन संस्कार हुआ था। यहां भगवान श्री राम अपने मुंहबोली बहन शांता के साथ महीनों रहकर इस मनोरम छटा का आनंद लिया था। शांता को राजा दशरथ ने गोद लिया था। और वो अंग राज के प्रतापी ब्राहमण रिषी के श्रृंगिव से विवाह रचाई थी । लखीसराय जिला के चानन थाना क्षेत्र के एक आश्रम में रहती थी। जो आज श्रृंगिरिषी धाम के नाम से प्रसिद्व है।

तुलसी रामायण के अनुसार जब राजा दशरथ ने राम सहित सभीं राजकुमारों का पुत्रेष्ठी यज्ञोपवित संस्कार मुंडन के लिए इसी रास्ते से भगवान शिव की पुजाकर श्रृंगि रिषि के यहा गये थे जो श्रृंगि रिषि आश्रम लखीसराय से 9 किलोमिटर कि दुरी पर चानन प्रखंड में है। श्रृंगि रिषि की महिमा न्यारी और प्यारी है । इस मंदिर के धर्मस्थल जाने के लिए लखीसराय एवं किउल स्टेशन से रिक्शा, टमटम एवं टेक्सी मिलती है । यह स्टेशन से मात्र 9 किलोमिटर कि दुरी पर स्थित हैं । राजधानी पटना से 125 किलोमिटर पुरब राष्ट्रीय उच्च पथ नेशनल हाईवे 80 पर से लगभग 12 किलोमीटर की दुरी पर अवस्थित हैं श्रृंगीरिषि आश्रम को रमणिक पर्यटन स्थल के रूप मे बिकसित करे तो यह लखीसराय जिले का प्रसिद्व धार्मिक स्थल के रूप में अच्छा राजस्व देने के साथ देश विदेश के मनाचित्र पर भी आ सकता है ।